- वीरेंद्र सहवाग ने सबसे खतरनाक गेंदबाज के नाम का खुलासा किया
- वीरू ने बताया कि उन्हें इस गेंदबाज का डटकर मुकाबला करने के लिए सात-आठ साल लग गए
- वीरू ने कहा कि अगर आज भी उसका सामना करना पड़े तो रात में नींद नहीं आएगी
नई दिल्ली: वीरेंद्र सहवाग क्रिकेट इतिहास के सबसे विस्फोटक ओपनर्स में से एक के रूप में मशहूर हुए। अपनी आक्रामक सोच और क्लीन हिटिंग के कारण वीरू ने विरोधी गेंदबाजों के मन में खौफ भरा। सहवाग ने 22 यार्ड की पिच पर कमाल किया और खेल पर अपनी छाप छोड़ी। हालांकि, भारतीय क्रिकेटर से जब पूछा गया कि उन्हें करियर में सबसे ज्यादा परेशान किस गेंदबाज ने किया तो पूर्व ओपनर ने जवाब दिया श्रीलंका के मुथैया मुरलीधरन।
मुरलीधरन क्रिकेट इतिहास के महान स्पिनर्स में से एक हैं। 133 टेस्ट में श्रीलंका के गेंदबाज ने 800 विकेट चटकाए हैं। मुरलीधरन ने घरेलू जमीन पर 59 मैचों में 412 विकेट चटकाए। सहवाग ने मुरलीधरन को अपने करियर के समय का सबसे खतरनाक गेंदबाज बताया। उन्होंने आगे कहा कि स्पिनर का डटकर सामना करने के लिए उन्हें 7-8 साल लग गए।
सहवाग ने आरजे रौनक को यूट्यूब पर दिए इंटरव्यू में कहा, 'सबसे खतरनाक गेंदबाज, जिसका मैंने सामना किया, जिसने मुझे सबसे ज्यादा डराया, वो है मुथैया मुरलीधरन। 2001-07 के बीच अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मुरली को संभालने में मुझे सात-आठ साल लग गए। जब भी मैं श्रीलंका के खिलाफ खेलता था, तो हमेशा मुरली का डर लगता था।'
अगर आज भी मुरली का सामना करना पड़े, तो रात में नींद नहीं आएगी: वीरेंद्र सहवाग
वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर ने एकसाथ काफी क्रिकेट खेली है। सहवाग ने कहा कि अगर आज भी उन्हें श्रीलंकाई स्पिनर का सामना करना पड़े तो उन्हें नींद नहीं आएगी। वीरू ने कहा कि मुरलीधरन की गेंदों को पढ़ना आसान नहीं और उन्हें तेंदुलकर ने बताया कि किस तरह स्पिनर की गेंदबाजी को समझे।
सहवाग ने कहा, 'अगर आज भी मुझे मुरली का सामना करना पड़े तो रात को नींद नहीं आएगी। उनका एक्शन इतना खतरनाक है कि मुझे समझ नहीं आता, कब गेंद ऑफ स्पिन होगी और कौन सी दूसरा होगी। एक बार सचिन तेंदुलकर ने मुझे कहा था कि जब मुरली का हाथ ऊपर था, तो अंगूठा दिखता है। अगर अंगूठा दिख गया तो उसकी दूसरा को समझ जाओगे।'