- भारत के खिलाफ पहले वनडे में वेस्टइंडीज की टीम को मिली 6 विकेट से हार
- कैरेबियाई टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए हुई 176 रन पर ढेर
- टीम के सबसे सफल गेंदबाज रहे अल्जारी जोसेफ ने बताया कितना हो सकता था सेफ स्कोर
अहमदाबाद: वेस्टइंडीज के तेज गेंदबाज अल्जारी जोसेफ ने रविवार को कहा कि उनकी टीम को भारत के खिलाफ पहले एकदिवसीय मैच में और अधिक रन बनाने चाहिए थे। जोसेफ ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, 'मुझे लगता है, हमें थोड़ा और रन बनाने की जरूरत थी। उस विकेट पर शायद 240-250 रन अधिक चुनौतीपूर्ण स्कोर होता, लेकिन यह यहां पहला मैच है और हमारे पास श्रृंखला में दो और मैच बाकी हैं। हम वापस जाकर अपनी योजना पर फिर से काम करेंगे।'
स्पिनर्स के लिए मददगार थी पिच
भारत ने अपने 1000वें एकदिवसीय मैच में युजवेन्द्र चहल (49 रन पर चार विकेट) और वाशिंगटन सुंदर (30 रन पर तीन विकेट) की शानदार स्पिन गेंदबाजी के बाद नये कप्तान रोहित शर्मा (51 गेंद में 60 रन) की अगुवाई में जीत के लिए मिले 177 रन के लक्ष्य को 28 ओवर में हासिल कर लिया। मैच में 45 रन देकर दो विकेट लेने वाले वेस्टइंडीज के सबसे सफल गेंदबाज जोसेफ ने कहा, 'यह काफी मुश्किल था, यह काफी धीमा विकेट (पिच) था, जो स्पिन के अनुकूल था। यह वास्तव में मेरे लिए बहुत मददगार नहीं था, लेकिन मैंने सिर्फ अपनी ओर से पूरी कोशिश की और टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ किया।'
आने वाले मैचों में मुश्किल खड़ी कर सकते हैं जोसेफ
अल्जारी जोसेफ ने हिटमैन रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे धाकड़ बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। रोहित जहां उनकी गेंद पर एलबीडब्लू हो गए। वहीं विराट कोहली उनकी गेंद पर केमार रोच के हाथों लॉन्ग लेग पर लपके गए। ऐेसे में आने वाले मुकाबलों में जोसेफ भारतीय बल्लेबाजों के लिए परेशानी की सबब बन सकते हैं।
आईपीएल में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का उनके नाम दर्ज है रिकॉर्ड
आईपीएल नीलामी भी सिर पर है जोसेफ के नाम आईपीएल में जोसेफ के नाम इस टूर्नामेंट में सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी का रिकॉर्ड भी दर्ज है। साल 2019 में रोहित शर्मा की मुंबई इंडियन्स की ओर से खेलते हुए अल्जारी जोसेफ ने सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ 3.4 ओवर में 12 रन देकर 6 विकेट झटके थे। उसके बाद से वो आईपीएल से दूर हैं। इस बार अगर वो नीलामी से पहले अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे तो उनपर जमकर बोली लग सकती है। ऐसे में जोसेफ के पास अपनी फॉर्म और फिटनेस को साबित करने के दो मौके बचे हैं। जिसे वो निश्चित तौर पर खाली नहीं जाने देना चाहेंगे।