भारत और न्यूजीलैंड की टीम आईसीसी विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में भिड़ने वाली हैं। दोनों टीमों के बीच 18 जून से इंग्लैंड के साउथैम्पटन में खिताबी मुकाबला खेला जाएगा। बता दें कि भारत ने चैंपियनशिप में छह सीरीज खेलीं और 520 अंक हासिल करने के बाद फाइनल में एंट्री ली थी। भारतीय टीम अंक तालिका में टॉप पर रही। वहीं, न्यूजीलैंड ने पांच सीरीज खेलीं और 420 अंक अपने नाम किए। हालांकि, न्यूजीलैंड की टीम फाइनल में पहुंचने वाली पहली टीम थी। बता दें कि टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत 1 अगस्त, 2019 से एशेज सीरीज के साथ हुई थी।
अगर फाइनल ड्रॉ या टाई हुआ तो...?
टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल साउथैम्पटन के स्पोर्टिंग विकेट पर खेला जाएगा, जिससे नतीजा आने की पूरी संभावना है, लेकिन ऐसा नहीं हुआ तो क्या होगा? दरअसल, क्रिकेट फैंस के मन में सवाल उठ रहे हैं कि खिताबी मुकाबले के ड्रॉ या टाई होने पर क्या होगा? अगर मैच बारिश की भेंट चढ़ गया तो उस स्थिति में क्या होगा? बता दें कि इन तीनों ही हालत में भारत और न्यूजीलैंड की टीम को संयुक्त रूप से विजेता घोषित किया जाएगा। वैसे, आने वाले समय में इसमें बदलाव भी हो सकता है, क्योंकि आईसीसी ने फाइनल की ‘प्लेइंग कंडिशंस’ (मैच से जुड़ी परिस्थितियो संबंधी नियम और शर्तों)’ से जारी नहीं की है।
फाइनल में रिजर्व डे क्यों रखा गया है?
23 जून को यानी फाइनल मुकाबले का छठा दिन रिजर्व डे रखा गया है। इसका इस्तेमाल तभी किया जाएगा, जब पांच दिन के कुल खेल समय का नुकसान हुआ हो। एक टेस्ट मैच के लिए 30 घंटे (छह घंटे रोज) का खेल निर्धारित होता है। अगर बारिश या खराब रोशनी की वजह से किसी दिन खेल का नुकसान हो जाता है और मैच पांच दिन में अंजाम तक नहीं पहुंचता है तो रिजर्व डे का इस्तेमाल होगा। गौरतलह है कि भारतीय टीम 2 जून को इंग्लैंड के लिए रवाना होगी। विराट सेना न्यूडीलैंड के खिलाफ फाइनल के बाद इंग्लैंड की टीम के विरुद्ध 5 टेस्ट मैचों की सीरीज खेलेगी।