- टी20 विश्व कप में कई रिकॉर्ड सालों से कायम है
- ऐसा ही एक रिकॉर्ड श्रीलंकाई टीम के नाम दर्ज है
- श्रीलंका ने 2007 में सबसे बड़ी जीत दर्ज की थी
Largest Victory in the history of T20 World Cup: टी20 विश्व कप 2021 का आगाज होने में कुछ ही हफ्ते बाकी रह गए। टूर्नामेंट का आयोजन अक्टूबर-नवंबर में ओमान और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) में होगा। टी20 विश्व कप के छह संस्करण हो चुके हैं, जिनमें कई रिकॉर्ड बने और टूटे हैं। आइए आपको एक ऐसे दमदार रिकॉर्ड के बारे में बताते हैं, जो साल 14 सालों से कायम है।
दरअसल, श्रीलंकाई टीम ने 2007 टी20 विश्व कप में केन्या के खिलाफ 172 रन से शिकस्त दी थी। यह टी20 विश्व कप इतिहास की रनों के लिहाज से सबसे बड़ी जीत है। जोहनिसबर्ग में खेले गए मैच में श्रीलंका ने 6 विकेट के नुकसान पर 260 रन का स्कोर खड़ा किया था। जवाब में केन्या की टीम महज 88 रन पर ढेर हो गई थी। बता दें कि श्रीलंका द्वारा बनाया गए 260 रन भी एक रिकॉर्ड है। यह टी20 विश्व कप का सर्वाधिक स्कोर है।
30 चौकों और 11 छक्कों से लगाया रनों का अंबार
केन्या के विरुद्ध मैच में श्रीलंकाई टीम ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी की थी और उसकी शुरुआत खराब रही थी। सलामी बल्लेबा उपुल थरंगा (10) सस्ते में आउट हो गए थे। इसके बाद ताबड़तोड़ बल्लेबाजी के लिए मशूहर रहे सनथ जयसूर्या ने मोर्चा संभाला था। उन्होंने 11 चौकों और 4 छक्कों की मदद से 88 रन की शानदार पारी खेली थी।
उनके अलावा कुमार संगाकारा (18 गेंदों में 30 रन) और महेला जयवर्धने (27 गेंदों में 65 रन) ने भी केन्या के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ी। आखिर में रही-सही कसर जेहान मुबारक ने पूरी कर दी। उन्होंने निचले क्रम में खेलते हुए 13 गेंदों में 3 चौकों और 5 छक्कों के जरिए नाबाद 46 रन ठोके थे। श्रीलंका ने अपनी पारी के दौरान कुल 30 चौके और 11 छक्के लगाए थे, जिससे रनों का अंबार लगाने में मदद मिली।
केन्या के 7 बल्लेबाज दहाई के अंक भी नहीं छू पाए
श्रीलंकाई बल्लेबाजों के बाद उसके बॉलरों ने कातिलाना गेंदबाजी की। लक्ष्य का पीछा करते हुए केन्या को पहला झटका मोरिस ओउमा (0) के रूप में लगा, जो पहले ही ओवर में पवेलियन लौट गए। इसके बाद टीम को नियमित अंतराल पर झटके लगते रहे। डेविड ओबुया (18), तन्मय मिश्रा (16) और एलेक्स ओबान्डा (21) की कुछ देर टिक पाए।
केन्या की खस्ता हालत का अंदाजा इससे लगाया जा सकता है कि उसके सात बल्लेबाज दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके। श्रीलंका की ओर से चामिंडा वास, लसिथ मलिंगा और तिलकरत्ने दिलशान ने दो-दो जबकि जयसूर्या और गयान विजेकुन ने एक-एक विकेट विकेट चटकाया। वहीं, केन्या का एक रन आउट हुआ और एक चोट के चलते खेलने नहीं उतरा।