- भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच हैं रामकृष्ण श्रीधर
- आर श्रीधर हुए 50 साल के, दिग्गजों ने दी शुभकामनाएं
- लंबे समय से जुड़े हैं भारतीय क्रिकेट टीम के साथ
नई दिल्ली: भारतीय क्रिकेट टीम का धमाल फैंस ने खूब देखा है। फील्डिंग में भारतीय खिलाड़ियों ने बहुत सुधार किया है और इसके नतीजे मैदान पर दिखते भी है लेकिन इसके पीछे छुपी एक आदमी की मेहनत भी है जिसको कम ही लोग जानते हैं। हम बात कर रहे हैं भारतीय फील्डिंग कोच आर श्रीधर की, जिनका आज 50वां जन्मदिन है। उनके जन्मदिन पर कप्तान विराट कोहली और कोच रवि शास्त्री ने बधाई दी है। आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ।
भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली और मुख्य कोच रवि शास्त्री ने टीम के फील्डिंग कोच आर. श्रीधर को गुरुवार को उनके 50वें जन्मदिन पर बधाई दी। कोहली ने ट्विटर पर उनको बधाई देते हुए लिखा, जन्मदिन की बधाइयां कोच श्रीधर। भगवान आप पर आशीर्वाद बनाए रखे और आपका दिन शुभ रहे।
शास्त्री ने अपने इंस्टाग्राम पर अपनी, गेंदबाजी कोच भरत अरुण और श्रीधर की फोटो शेयर करते हुए लिखा, जन्मदिन मुबारक हो श्री। हमारे अपने बेंजामिन बटन। आपका दिन अच्छा रहे कोच।
टीम के युवा विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत ने भी श्रीधर के साथ की फोटो शेयर की जिसमें सलामी बल्लेबाज शिखर धवन, जसप्रीत बुमराह भी हैं और इस फोटो के साथ पंत ने लिखा, जन्मदिन की बधाई श्री भाई। मार्गदर्शन के लिए शुक्रिया कोच श्रीधर। आपका दिन अच्छा रहे।
भारत के युवा बल्लेबाज लोकेश राहुल ने भी ट्वीट करके आर श्रीधर को जन्मदिन की बधाई दी। उन्होंने लिखा, 'बेहतरीन अर्धशतक। 50वें जन्मदिन की शुभकामनाएं श्री। आपके अच्छे स्वास्थ और खुश रहने की शुभकामनाएं।'
कौन हैं आर श्रीधर?
रामाकृष्ण श्रीधर, जिनको आमतौर पर आर.श्रीधर ही लिखा जाता है। श्रीधर का जन्म कर्नाटक के मैसूर में हुआ था। वो एक पूर्व क्रिकेटर हैं जिन्होंने हैदराबाद के लिए 1989 से 2001 के बीच 35 प्रथम श्रेणी मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 574 रन बनाए और 91 विकेट भी लिए। उन्होंने अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट करियर में 25 कैच लिए और वो एक अच्छे फील्डर माने जाते थे। उन्होंने 15 लिस्ट-ए मैच भी खेले। खिलाड़ी के तौर पर करियर खत्म होने के बाद श्रीधर ने 2001 में कोचिंग करियर शुरू करने का फैसला किया। उन्होंने 2007 में कोचिंग का एक पूरा प्रमाणित कोर्स पूरा किया।
इसके बाद 2007 से 2011 के बीच उन्होंने हैदराबाद अंडर-19 टीम के साथ तीन साल और अंडर-16 टीम के साथ एक साल कोच के रूप में बिताया। साल 2011 में वो बेंगलुरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से जुड़े जिस दौरान वो अंडर-19 टीम के फील्डिंग कोच बने।
जुलाई 2014 में वो आंध्र प्रदेश क्रिकेट टीम के मुख्य कोच दो साल के लिए बने। उसी साल अगस्त में वो भारतीय क्रिकेट टीम के फील्डिंग कोच बनाए गए जब भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज खेली। उस सीरीज के बाद बीसीसीआई ने उनको आधिकारिक तौर पर टीम इंडिया का फील्डिंग कोच नियुक्त कर लिया।