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राहुल द्रविड़ को क्‍यों कहा जाता था 'द वॉल', पाकिस्‍तानी क्रिकेटर ने बताई इसकी वजह

Updated Jun 06, 2020 | 11:41 IST

Why Rahul Dravid called 'The Wall': भारतीय टीम के पूर्व कप्‍तान राहुल द्रविड़ को इस पाकिस्‍तानी क्रिकेटर ने काफी करीब से खेलते हुए देखा है। उन्‍होंने कहा कि तेंदुलकर की छाया में द्रविड़ खेलते थे।

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राहुल द्रविड़
मुख्य बातें
  • राहुल द्रविड़ के बारे में पाकिस्‍तानी क्रिकेटर ने किए कई खुलासे
  • पाक क्रिकेटर ने कहा कि राहुल द्रविड़ का करियर तेंदुलकर की छाया में रहा
  • पाक क्रिकेटर ने कहा कि द्रविड़ दुनिया की किसी भी पिच पर रन बनाने का दम रखते हैं

नई दिल्‍ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्‍तान राहुल द्रविड़ उन चुनिंदा बल्‍लेबाजों में से एक होंगे, जिनके मजबूत फ्रंट-फुट डिफेंस के बारे में शॉट जमाने से ज्‍यादा चर्चा होती होगी। द्रविड़ का डिफेंस, मैदान से सटा हुआ शॉट खेलने की उनकी क्षमता, कवर्स में आकर्षक ड्राइव लगाना, पैड्स के पास से गजब का फ्लिक करना और प्‍वाइंट के फील्‍डर को छकाते हुए स्‍क्‍वायर कट खेलकर बाउंड्री जमाना। वह सचिन तेंदुलकर की आग की बर्फ बनकर खेले। वीरेंद्र सहवाग के तूफान के बाद की शांति बनकर खेले। सौरव गांगुली और वीवीएस लक्ष्‍मण के साथ मिडिल ऑर्डर में आदर्श साथी बनकर खेले।

पाकिस्‍तान के पूर्व कप्‍तान राशिद लतीफ ने राहुल द्रविड़ की जमकर तारीफ की और उन्‍हें तकनीक व दबाव में बेहतर प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्‍ठ भारतीय बल्‍लेबाज भी करार दिया। लतीफ ने द्रविड़ को शुरुआती करियर में काफी करीब से खेलते हुए देखा है। लतीफ कहते हैं, 'पूर्व भारतीय कप्‍तान तेंदुलकर की छाया में खेला। जब तकनीक और दबाव में रहकर प्रदर्शन करने की बात आती है, तब राहुल द्रविड़ भारत का प्रतिनिधित्‍व कर रहे सभी खिलाड़‍ियों से एक कदम आगे रहते हैं। जैसे, मैंने सहवाग के मामले में कहा था, द्रविड़ भी तेंदुलकर की छाया में खेलते रहे।'

क्‍यों कहलाए 'द वॉल'

राशिद लतीफ ने पाकिस्‍तान का 37 टेस्‍ट और 166 वनडे में प्रतिनिधित्‍व किया। उन्‍होंने कहा क‍ि जब भी भारतीय टीम जल्‍द विकेट गंवाती थी तो उनका तुरुप का इक्‍का राहुल द्रविड़ ही होता था। लतीफ ने कहा, 'सचिन तेंदुलकर को शुरुआत से आक्रमण करने में द्रविड़ पर काफी भरोसा था। इसमें ऐसा नहीं कि द्रविड़ उस प्रकार नहीं खेल सकता था, लेकिन वह अलग भूमिका निभाता था। जब भारत कुछ विकेट जल्‍दी गंवा देता था तो उनका प्रमुख खिलाड़ी राहुल द्रविड़ होता था। तभी तो वो 'द वॉल' कहलाया।'

लतीफ ने आगे कहा, 'अगर आप साझेदारियों को देखोगे तो तेंदुलकर, गांगुली और सहवाग के साथ सबसे ज्‍यादा बार नाम द्रविड़ का ही पाओगे।' पूर्व पाकिस्‍तानी विकेटकीपर बल्‍लेबाज ने द्रविड़ की किसी भी विरोधी टीम और दुनिया की किसी भी पिच पर रन बनाने की क्षमता की तारीफ की। उन्‍होंने कहा, 'मुझे ये बताइए कि उसने किस जगह पर रन नहीं बनाए। उसने पाकिस्‍तान में रन बनाए। ऑस्‍ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका, वेस्‍टइंडीज, इंग्‍लैंड सभी जगह रन बनाए हैं।

यादगार पारियां

अपने 16 साल के चमकीले करियर में द्रविड़ ने कई यादगार पारियां खेली हैं, जिसमें ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में ऐतिहासिक दोहरा शतक, पाकिस्‍तान के खिलाफ 270 रन की पारी और ऑस्‍ट्रेलिया के खिलाफ ईडन गार्डन्‍स पर खेली 180 रन की पारी शामिल है। मगर लतीफ को द्रविड़ का दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 1997 में डेब्‍यू टेस्‍ट शतक सबसे शानदार लगता है।

उन्‍होंने कहा, 'मुझे 1996-97 में जोहानसबर्ग में द्रविड़ की पारी या है। उसने पहले शतक बनाया और शायद दूसरी पारी में 81 रन बनाए थे।' बता दें कि द्रविड़ ने उस मैच में 148 और 81 रन की पारी खेली थी, जो ड्रॉ पर समाप्‍त हुआ था। पता हो कि राहुल द्रविड़ वनडे और टेस्‍ट में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे ज्‍यादा रन बनाने वाले दूसरे बल्‍लेबाज हैं। उन्‍होंने 2012 में संन्‍यास लेने से पहले 164 टेस्‍ट, 344 वनडे और एकमात्र टी20 इंटरनेशनल मैच खेला। द्रविड़ ने टेस्‍ट में 52.31 की औसत से 13,288 रन जबकि वनडे में 39.16 की औसत से 10,889 रन बनाए।

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