दुबई: गुरुवार को टीम इंडिया के ऑलराउंडर विजय शंकर ने आईपीएल 2020 में पहला अर्धशतक जड़ा। उनके बल्ले से यह पारी उस मुश्किल वक्त में निकली जब 155 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए उनकी टीम ने महज 16 के स्कोर पर डेविड वॉर्नर और जॉनी बेयर्स्टो जैसे दिग्गज खिलाड़ियों के विकेट गंवा दिए थे। ऐसे में उन्होंने मनीष पांडे के साथ तीसरे विकेट के लिए नाबाद 140* रन की साझेदारी करते हुए टीम को जीत दिला दी।
ऐसे में मैच के बाद विजय शंकर ने कहा कि उन्होंने राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच को अपने लिये 'करो या मरो' की तरह लिया था तथा वह जानते थे कि बल्ले और गेंद दोनों से अच्छा प्रदर्शन करने पर ही वह सनराइजर्स हैदराबाद के अंतिम एकादश में अपना स्थान बचा सकते हैं। शंकर ने मैच के बाद संवाददाता सम्मेलन में कहा, अगर मैं व्यक्तिगत तौर पर बात करूं तो यह मेरे लिये करो या मरो जैसा मैच था। मैं इस मैच को इसी तरह से ले रहा था। मैं बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाया था और इसलिए मुझे इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करना था। दुर्भाग्य से कहो या सौभाग्य से हमने शुरू में दो विकेट गंवा दिये और ऐसे में टीम ने मुझे ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी के लिये भेज दिया।'
गेंदबाजी में भी अच्छा प्रदर्शन करने वाले शंकर ने कहा कि टीम को पिछले दो मैचों में भी जीत दर्ज करनी चाहिए थी। उन्होंने कहा, 'हमने अंतिम क्षणों में वे मैच गंवाये। इस तरह की जीत से टीम के हर सदस्य का मनोबल बढ़ेगा। हम बाकी मैच जीतकर टूर्नामेंट में अपनी उम्मीदें बरकरार रख सकते हैं।'
शंकर ने कहा कि सनराइजर्स के दो विकेट गंवाने के बाद उनकी योजना लंबी साझेदारी निभाने की थी। उन्होंने कहा, 'मनीष वास्तव में शुरू में गेंद को अच्छी तरह से हिट कर रहा था। मैंने असल में इस पारी से पहले इतनी अधिक गेंदों का सामना नहीं किया था। मैंने इस पारी से पहले केवल 18 गेंदें खेली थी इसलिए मेरे लिये उसका अहसास महत्वपूर्ण था। (जोफ्रा) आर्चर तेज गेंदबाजी कर रहा था और इसलिए मेरे लिये विकेट पर टिके रहना महत्वपूर्ण था।'