- केन विलियमसन और कुछ अन्य कीवी क्रिकेटर मालदीव रवाना हो गए
- आनन-फानन में छोड़ा देश, दिल्ली की स्थिति देखकर घबराए
- आईपीएल के बाद 10 मई तक दिल्ली में रुकना था
भारत पर इन दिनों कोविड-19 की दूसरी लहर ने ऐसा कहर बरपाया है कि हर तरफ इसका खौफ है। आईपीएल 2021 शुरू तो काफी उम्मीदों के साथ हुआ था, काफी मैच भी खेले गए लेकिन वायरस ने बायो-बबल में सेंध लगाई, कुछ सदस्य संक्रमित हुए तो तुरंत टूर्नामेंट को स्थगित कर दिया गया। विदेशी खिलाड़ियों के देश छोड़ने का सिलसिला शुरू हो गया। कुछ स्वदेश गए, कुछ मालदीव चले गए जबकि कुछ ऐसे भी थे जिनको 10 मई तक के लिए 'बायो-बबल' में यहीं पर रहना था। लेकिन दिल्ली में हालातों को देखकर उनके सब्र का बांध टूट गया और वे तुरंत देश छोड़कर चले गए।
हम यहां बात कर रहे हैं न्यूजीलैंड के कप्तान व आईपीएल में सनराइजर्स हैदराबाद के कप्तान केन विलियमसन और न्यूजीलैंड क्रिकेट के तीन अन्य सदस्यों की। केन विलियमसन, चेन्नई सुपर किंग्स के मिशेल सेंटनर, रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के काइल जैमीसन और सीएसके के फिजियो टॉमी सिमसेक आनन-फानन में चार्टर्ड फ्लाइट से मालदीव रवाना हो गए।
10 मई तक दिल्ली में रहने का प्लान था
इन चारों को 10 मई तक दिल्ली में ‘मिनी बायो बबल’ में रहना था और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज तथा 18 जून को भारत के खिलाफ विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल के लिये ब्रिटेन रवाना होना था। लेकिन वे कोरोना संक्रमण से सबसे ज्यादा प्रभावित शहरों में शामिल दिल्ली में सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे थे और इसलिए उन्होंने देश तुरंत छोड़ने का बड़ा फैसला ले लिया।
कुछ कीवी खिलाड़ी स्वदेश भी गए
सनराइजर्स हैदराबाद के एक अधिकारी ने बताया, ‘‘केन और न्यूजीलैंड के कुछ अन्य खिलाड़ी दिल्ली में कोरोना महामारी के हालात की वजह से सुरक्षित महसूस नहीं कर रहे थे। यही वजह है कि उन्होंने मालदीव जाने का फैसला किया।’’ ट्रेंट बोल्ट बाकी कीवी आईपीएल खिलाड़ियों के साथ न्यूजीलैंड रवाना हो गए हैं और एक सप्ताह परिवार के साथ बिताने के बाद वो सीधा इंग्लैंड जाएंगे जहां उन्हें भारतीय टीम के खिलाफ 18 जून को टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल खेलना है।