- विराट कोहली ने भारतीय टी20 टीम की कप्तानी छोड़ने का ऐलान किया।
- अब अन्य प्रारूपों व टूर्नामेंट्स में भी उनकी कप्तानी को लेकर चर्चा तेज
- क्या आईपीएल में भी विराट कोहली जल्द लेने वाले हैं ऐसा ही फैसला
विराट कोहली के भारतीय टीम की टी20 प्रारुप की कप्तानी छोड़ने के ऐलान के बाद अब इस बारे में चर्चा की जा रही है कि क्या कोहली को रॉयल चैंलेंजर्स बैंगलोर (आरसीबी) की कप्तानी भी छोड़ देनी चाहिए क्योंकि आईपीएल में भी वर्कलोड किसी अंतरराष्ट्रीय इवेंट से कम नहीं होता है। यह समझा जा रहा है कि इस साल अगर आरसीबी की टीम आईपीएल का खिताब जीतने में नाकाम रहती है तो हो सकता है कि कोहली आरसीबी की भी कप्तानी भी छोड़ देंगे।
बीसीसीआई के एक पूर्व अधिकारी ने आईएएनएस के कहा, "कोहली की ओर से यह कैसी घोषणा थी? क्या आपको लगता है कि वर्कलोड की समस्या का हल हो गया है।" अधिकारी ने कहा, "मैंने कहीं पढ़ा था कि कोरोना महामारी के बाद दिसंबर 2020 के बाद से भारतीय टीम ने महज आठ टी20 मुकाबले खेलें हैं। मुझे लगता है कि आईपीएल के मैच ज्यादा खेले होंगे। आईपीएल में कप्तानी करना आसान बात नहीं है। यह टूर्नामेंट दिनो दिन और मुश्किल होता जा रहा है और फ्रेंचाइजियों की उपेक्षा और बढ़ती जा रही है।"
अब छोड़ेंगे आईपीएल में कप्तानी?
उन्होंने कहा, तो क्या कोहली आरसीबी की कप्तानी भी छोड़ेंगे? वर्कलोड की समस्या अभी भी खत्म नहीं हुई है। बल्लेबाजी में अपार सफलता हसिल करने के बाद भी कोहली सफेद गेंद के खेल में खासतौर पर टी20 क्रिकेट में कप्तान के तौर पर सफलता हासिल करने में नाकाम रहे हैं। कोहली का आरसीबी में अब तक कैसा रिकॉर्ड रहा है?
आरसीबी का बुरा हाल
कोहली का बतौर कप्तान आरसीबी के लिए बेहद खराब रिकॉर्ड रहा है। वह 2013 से कप्तानी कर रहे हैं पर अभी तक एक बार भी टीम को खिताब जीताने में सफल नहीं हुए हैं। 2016 के बाद आरसीबी की टीम ने पिछले साल प्लेऑफ में क्वालीफाई किया था। 2017 और 2019 में वह अंक तालिका में सबसे नीचे रहे थे जबकि2018 में टीम छठे स्थान पर रही थी।
विराट के लिए आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट
कोहली के लिए 2016 का सीजन शानदार रहा था, उन्होंने उस दौरान 973 रन बनाए थे। उसके बाद सिर्फ 2018 में ही कोहली 500 रन के पार पहुंच सके थे। आईपीएल 2021 के सीजन में सात मैच में उनका 33 का औसत रहा है जिसमें सिर्फ एक अर्धशतक शामिल है। कोहली को सबसे ज्यादा आलोचनाओं का सामना भारत के आईसीसी इवेंट में उनके फैसले लेने पर करना पड़ा है।