- धोनी ने बताया युवा भारतीय तेज गेंदबाजों को आईपीएल में खेलने से होगा क्या फायदा
- कई युवा तेज गेंदबाज आईपीएल 2022 में अपनी छाप छोड़ने में रहे हैं सफल
- आईपीएल में खेलने से युवा गेंदबाज होंगे और बोल्ड और बनेंगे थोड़े साहसी
मुंबई: भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी की कप्तानी वाली चेन्नई सुपर किंग्स का मौजूदा आईपीएल सीजन में प्रदर्शन भले ही खराब रहा है लेकिन एक वो इस बार भारतीय तेज गेंदबाजों के प्रदर्शन से बेहद प्रभावित हुए हैं। मुंबई इंडियन्स के खिलाफ गुरुवार को 5 विकेट से हार के बाद डिफेंडिंग चैंपियन चेन्नई के प्लेऑफ में पहुंचने की संभावनाएं खत्म हो गईं। मुंबई के खिलाफ 97 रन के स्कोर का बचाव करते हुए चेन्नई के लिए खेल रहे युवा तेज गेंदबाज मुकेश चौधरी और सिमरजीत ने शानदार गेंदबाजी की।
अधिक तेज गेंदबाजों का होना है अच्छी बात
हार के बाद जब धोनी प्रेजेंटेशन के लिए पहुंचे तो उनसे भारतीय तेज गेंदबाजों के आईपीएल में प्रदर्शन के बारे में पूछा गया तो उन्होंने मुकेश चौधरी और सिमरजीत की तारीफ की और जवाब में कहा, युवा भारतीय तेज गेंदबाजों का होना अच्छी बात है। हम ऐसे दौर से भी गुजरें हैं जब हमारे पास कभी अच्छे तेज गेंदबाजों वाली बेंच स्ट्रेन्थ भी नहीं थी।
आईपीएल में खेलकर होंगे बोल्ड और साहसी
उन्होंने आगे कहा, तेज गेंदबाजों को परिपक्व होने में वक्त लगता है। अगर आप भाग्यशाली हैं तो आपको कोई ऐसा गेंदबाज मिल जाएगा जो छह महीने में सभी फॉर्मेट में खेलता नजर आए चाहे वो टेस्ट, वनडे या टी20 हो। मेरे लिहाज से आईपीएल उन सबके लिए एक मौका है। इसमें खेलकर वो थोड़े बोल्ड और साहसी हो जाएंगे जो कि इस तरह के फॉर्मेट में खेलने के लिए अहम है। कुछ गेंदबाज वो विरोधी टीमों से टकराना चाहेंगे ये अंतर उनके खेल में आईपीएल में खेलने के बाद आएगा।
सीखेंगे अपनी योजनाओं पर अमल करना
धोनी ने आगे कहा, आप देखें कि कुछ गेंदबाज उस तरह के नहीं हैं और शुरुआत में वो थोड़ा शर्माते हैं लेकिन जैसे-जैसे वो और ज्यादा मैच खेलेंगे उनके अंदर आत्मविश्वास बढ़ता जाएगा और वो अपनी योजनाओं पर ज्यादा बेहतर तरीके से अमल कर सकेंगे।
इन युवा गेंजबाजों ने छोड़ी है छाप
आईपीएल 2022 में उमरान मलिक, कुलदीप सेन, बासिल थंपी, टी नटराजन, खलील अहमद, आवेश खान, हर्षल पटेल, मुकेश चौधरी, सिमरजीत सिंह, अर्शदीप सिंह, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहसिन खान, यश दयाल, चेतन सकारिया, कार्तिक त्यागी अपनी छाप छोड़ने में सफल रहे हैं। टीम इंडिया के लिए भविष्य के तेज गेंदबाज तैयार हो गए हैं जो आने वाले वर्षों में देश का नेतृत्व करने को तैयार है।