झारखंड की राजधानी रांची के पिठोरिया थाना क्षेत्र के सांगा गांव से तीन बच्चियों को बहला-फुसलाकर उत्तरप्रदेश ले जाकर दुष्कर्म करने का मामला सामने आया है। इस संबंध मे इएफआई संस्था के कुमुदनी केरकेटटा और अर्पना बाड़ा ने बताया कि तीनों बच्चियों को काफी कोशिश के बाद रेस्क्यू कर पिठोरिया थाना लाया गया। रेप पीड़ित बच्चियों ने पुलिस को अपने साथ हुए दुष्कर्म एवं मानसिक, शारीरिक प्रताड़ना के बारे में विस्तार से बताया।
लड़कियों ने बताया कि उत्तर प्रदेश ले जाने से पहले घर से ले जाने के क्रम में सुकुरहुटु गांव में रूका वहां पर रौशन कुमार नामक युवक ने एक नाबालिक लड़की के साथ दुष्कर्म किया। दूसरे दिन रौशन कुमार ने रांची से तीनों लड़कियों को लेकर बनारस के एक ईट भटठा ले गया। इसके पहले एक लड़की अपनी मोबाईल से घरवाले को फोन पर बात करना चाह रही थी लेकिन उससे मोबाइल छीनकर सिम निकालकर फेंक दिया गया। इसके बाद लड़कियों के घरवाले एवं इएफआई संस्था रांची के कुमुदनी केरकेटटा और अर्पना बाड़ा को पता चला, काफी प्रयास के बाद तीनों को रेस्क्यू कर पिठोरिया थान लाया गया।
लड़कियो ने बताया कि वहां के ईट भट्ठा में झारखंड समेत कई राज्यों के नाबालिग लड़कियों को बंधक बनकर काम कराया जा रहा था, उनके साथ रोज मारपीट जैसे घटना हो रही है। इस मामले में वही के स्थानीय पुलिस मूकदर्शक बनी रहती है। मामले में पिठोरिया पुलिस जांच में जुट गई है।