- दिल्ली में आधी रात को मनचलों ने लड़कियों से पूछा- आपका रेट क्या है
- दक्षिणी दिल्ली के हौज खास की है घटना, लड़कियों ने आरोपियों का बनाया वीडियो
- पुलिस ने मामले में एफआईआर दर्ज कर शुरू की जांच
नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग की लड़कियों के एक समूह के साथ राष्ट्रीय राजधानी की सड़कों पर कुछ पुरुषों द्वारा यौन उत्पीड़न और नस्लीय भेदभाव की घटना वाला एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो को दिल्ली महिला आयोग स्वत: संज्ञान लिया है और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। महिला और उसकी सहेलियों का कुछ लोगों द्वारा कथित तौर पर उत्पीड़न करने के सिलसिले में एक प्राथमिकी भी दर्ज की गई है। खबर के मुताबिक यह घटना दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के हौज खास इलाके में रविवार और सोमवार की दरमियानी रात को हुई, जब पीड़िता अपनी तीन सहेलियों के साथ एक रेस्टोरेंट के बाहर कैब का इंतजार कर रही थी।
हर घंटे का पूछा रेट
आरोपियों ने महिलाओं को देखा और उनका यौन शोषण करने लगे। उन्होंने कथित तौर पर नस्लवादी और अश्लील टिप्पणी की और उनसे 'सेक्स गतिविधियों के लिए प्रति घंटा के रेट' के बारे में पूछा। पुरुषों के अत्यधिक आपत्तिजनक व्यवहार पर महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया। वे आरोपी पर चिल्लाए और घटना को अपने मोबाइल फोन पर कैद करने लगे। जैसे ही उन्होंने वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी, आरोपी ने माफी मांगी और फरार हो गया। वहीं पीड़ित लड़की ने कहा कि मैंने आरोपी को बोला, 'भाई तेरे को क्या हो गया है, कैसा रेट पूछ रहा है। हम लोग चिल्लाने लगे वो सभी भाग गए।'
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
“द टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारीने बताया, 'फिर महिला ने कैब ली और डिनर के लिए डिफेंस कॉलोनी मार्केट गई। जबकि शिकायतकर्ता ने उस दिन पीसीआर को कोई कॉल नहीं की, उसने आज सफदरजंग एन्क्लेव पुलिस स्टेशन एसएचओ को शिकायत दी।' शिकायत के आधार पर, पुलिस ने आईपीसी की धारा 509 (शब्द, इशारा या किसी महिला के शील का अपमान करने का इरादा) के तहत मामला दर्ज कर अपनी जांच शुरू कर दी है। पुलिस को शिकायतकर्ता से घटना का वीडियो मिला है। संदिग्धों की पहचान कर उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है।
महिला आयोग ने लिया संज्ञान
वहीं दिल्ली महिला आयोग ने घटना का स्वत: संज्ञान लिया और दिल्ली पुलिस को एक पत्र लिखा। DCW ने लिखा: 'कृपया FIR की प्रति प्रदान करें, साथ ही पहचाने गए और गिरफ्तार किए गए आरोपियों के विवरण, गैर-गिरफ्तारी के मामले में आरोपियों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए उठाए गए कदमों के बारे में 25 जुलाई तक एक विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट प्रदान करें।'