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फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर लोगों से करती थी ठगी, महिला अरेस्‍ट, सामने आए कई खुलासे

Updated Jan 30, 2022 | 15:23 IST

दिल्‍ली पुलिस ने एक महिला को गि‍रफ्तार किया है, जो सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों से ठगी करती थी। वह खुद को यूके में रहने वाली बताती थी। वह पहले दोस्‍ती करती थी और फिर पैसे मांगती थी, जिसके बाद वह उन लोगों को ब्‍लॉक कर देती थी।

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तस्वीर साभार:&nbspRepresentative Image
फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर लोगों से करती थी ठगी, महिला अरेस्‍ट, सामने आए कई खुलासे

नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने फर्जी फेसबुक और व्हाट्सएप प्रोफाइल का इस्तेमाल कर लोगों को ठगने वाली एक महिला को गिरफ्तार किया है। यह जानकारी एक अधिकारी ने शनिवार को दी। अधिकारी के अनुसार, गृह मंत्रालय के साइबर अपराध पोर्टल पर दिल्ली के बुराड़ी निवासी शिकायतकर्ता धरम राज की ओर से एक शिकायत मिली, जिसमें शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया कि उसे अमारा गुजराल नाम की एक लड़की ने फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी और अनुरोध स्वीकार करने के बाद वह उससे फेसबुक और व्हाट्सएप पर बात करने लगा।

खुद को यूके में रहने वाली बताकर की ठगी 

लड़की ने दावा किया कि वह यूके में रहती है और दिल्ली आ रही है। इसके बाद, शिकायतकर्ता को एक महिला का फोन आया, जिसने खुद को मुंबई से कस्टम अधिकारी के रूप में पेश किया और कहा कि अमारा गुजराल को कुछ मूल्यवान उपहारों के साथ मुंबई हवाई अड्डे पर रोका गया है और उसे अमारा को रिहा करने के लिए पैसे देने होंगे। इसके बाद शिकायतकर्ता ने कथित सीमा शुल्क अधिकारी द्वारा प्रदान किए गए बैंक खाते में 34,000 रुपये का भुगतान किया। इसके बाद में उन्हें कथित अमारा गुजराल ने फेसबुक और व्हाट्सएप पर ब्लॉक कर दिया ।

इसके बाद पुलिस ने आईपीसी की धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। फेसबुक प्रोफाइल, आईपीडीआर और कॉल डिटेल का तकनीकी विश्लेषण किया गया। जांच के आधार पर आरोपी (अमारा गुजराल नाम से फेसबुक प्रोफाइल को संचालित करने वाली), एक 29 वर्षीय लड़की का पता लगाया गया और उसे दिल्ली के तिलक नगर में कृष्णा पुरी में उसके किराए के फ्लैट से पकड़ा गया।

सामने आए कई अहम खुलासे

पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि वह अपने मोहल्ले में कई अफ्रीकी मूल के पड़ोसियों के संपर्क में आई थी, जो लोगों को कई तरह से ठगते थे और ठगी के इस तरीके के बारे में जानते थे। पुलिस उपायुक्त ( उत्तर) सागर सिंह कलसी ने कहा, 'उसने देश कोड प्लस 44 के साथ कुछ नकली स्थानीय सिम कार्ड और एलवाईसीए सिम कार्ड इक्ठ्ठे किए और अमारा गुजराल, लक्षिका चौधरी, अवनि चोपड़ा, अवंतिका चोपड़ा, अनामिका गुजराल, एमिली रोज के नाम से कई नकली प्रोफाइल बनाए।'

उन्होंने कहा कि इन प्रोफाइल पर अपलोड की गई तस्वीरें यूके के निवासियों के मूल प्रोफाइल से डाउनलोड की गई थीं। वह फेसबुक यूजर्स को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती थी और कंट्री कोड प्लस 44 वाले व्हाट्सएप नंबर पर उनसे बात करने लगी। उसने वर्तमान मामले में पीड़ित धरम राज को बहुमूल्य उपहार की तस्वीरें और उसके भारत आगमन के लिए उड़ान टिकटों की तस्वीरें भी भेजीं।

पैसे लेने के बाद कर देती थी ब्‍लॉक

इसके बाद उसने पीड़िता को मुंबई के एक नंबर से कॉल किया और अपना परिचय मुंबई में एक कस्टम अधिकारी के रूप में दिया, जिसने मुंबई हवाई अड्डे पर अमारा गुजराल को हिरासत में लिया और पीड़िता के लिए लाए गए उपहार को जारी करने के लिए उत्पाद शुल्क का भुगतान करने के लिए कहा और बैंक खातों पर भुगतान के बाद आरोपी ने पीड़ित को फेसबुक और व्हाट्सएप से ब्लॉक कर दिया। उसकी गिरफ्तारी के साथ, पुलिस ने 13 मोबाइल फोन, 16 सिम कार्ड सहित 4 लाइका मोबाइल सिम कार्ड और एक वाई-फाई डोंगल बरामद किया है। आरोपी छह फर्जी फेसबुक प्रोफाइल और एक इंस्टाग्राम प्रोफाइल चला रही थी।