- बिहार में शराबबंदी के बावजूद मुखिया ने कथित तौर पर शराब पार्टी की
- मुखिया को तब गिरफ्तार किया गया जब पुलिस ने छापा मारते हुए उसे गाते हुए सुना
बिहार में आधिकारिक तौर पर शराबबंदी है। ये बात अलग है कि विपक्षी दलों का आरोर है कि शराबबंदी तो सिर्फ कागजों पर है, हकीकत कुछ और है। इन सबके बीच एक दिलचस्प खबर यह है कि एक मुखिया जी के पड़ोसी के यहां पुलिस ने छापा मारा लेकिन पकड़ा गए मुखिया जी।दरअसल पंचायत चुनाव में मिली कामयाबी का मुखिया जी जश्न मना रहे थे। उनके घर पर दारू पार्टी जारी थी, पार्टी अपने पूरे शबाब पर थी। मुखिया जी भी मस्त थे। अपनी खुशी के इजहार में उन्होंने गाना शुरू किया। लेकिन उन्हें क्या पता था कि आने वाला कुछ पल मुश्किलों भरा होगा। पुलिस उनके घर पहुंची और पार्टी में खलल डाल दी। मुखिया जी के यहां से दारू बरामद हुई और पुलिस उन्हें पकड़ ले गई।
मुखिया जी को पार्टी करनी पड़ी भारी
श्यानम मुहम्मदपुर बादल पंचायत के मुखिया है और आगामी पंचायच चुनावों की तैयारी कर रहे हैं। मुखिया ने कथित तौर पर उनके पक्ष में काम करने और मतदान करने के लिए धन्यवाद देने के लिए अपने आवास पर पार्टी को उनके कार्यालय पर फेंक दिया।शनिवार को एसएचओ राम नाथ प्रसाद और उनकी टीम 25 साल के एक युवक के घर पर छापेमारी करने गई थी, जो कथित तौर पर शराब तस्करी में शामिल था। द टाइम्स ऑफ इंडिया ने बताया कि छापे के दौरान पुलिस ने मुखिया को गाते हुए सुना और उसके घर की एक खिड़की खोली।
क्या कहना है पुलिस का
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक एसएचओ ने कहा, "उन्होंने अपने पैरों को सामने टेबल पर फैला रखा था, जहां उनके लेटर पैड के साथ कई योजनाओं से जुड़ी सरकारी फाइलें और दस्तावेज रखे गए थे। उस पर स्नैक्स के साथ शराब की बोतल भी रखी हुई थी। पुलिस ने कहा कि अतीत में भी, उन्हें आरोपियों के बारे में सूचना मिली थी। एसएचओ ने कहा कि मुखिया के कार्यालय के अंदर एक दराज से एक सीलबंद शराब की बोतल बरामद हुई, साथ ही 28 खाली शराब की बोतलें भी थीं जिन्हें कार्यालय के बाहर रखा गया था।