जयपुर : राजस्थान की राजधानी जयपुर के एक अनाथ आश्रम में आठ बच्चों के यौन शोषण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां बड़े बच्चों पर ही छोटे बच्चों के यौन शोषण का आरोप लगा है। साथ ही यह भी कहा जा रहा है कि यहां रात में भी बाहर से लोग आते थे और बच्चों का यौन शोषण करते थे। यह मामला बाल आयोग और पुलिस तक भी पहुंचा है। पुलिस ने पॉक्सो एक्ट के तहत केस दर्ज कर इस मामले की जांच शुरू कर दी है। इस अनाथ आश्रम को अब ताला लगा दिया गया है।
कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इस अनाथ आश्रम में यौन शोषण को लेकर केस चाइल्ड लाइन, जयपुर की काउंसलर शांति बेलवाल की शिकायत पर दर्ज किया गया है। मामले की जानकारी मिलने पर बाल आयोग की अध्यक्ष भी मौके पर पहुंचीं, जिन्होंने मामले की पुष्टि की। आरोप है कि अनाथ आश्रम में बच्चों की संख्या के अनुपात में पर्याप्त स्टाफ भी तैनात नहीं थे, जो उनकी देखभाल कर सकें और रात के समय बाहर से लोग आते थे, जो यहां छोटे बच्चों के साथ यौन शोषण और उनके साथ दुर्व्यवहार करते थे।
'बच्चों का होगा मेडिकल'
राजस्थान बाल आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनिवाल के मुताबिक, उन्होंने अनाथ आश्रम में रहने वाले बच्चों से बात की। उनकी काउंसलिंग की, जिस दौरान आठ छोटे बच्चों ने अपने से बड़ी उम्र के बच्चों द्वारा उनके साथ गंदी हरकत किए जाने के बारे में बताया। उन्होंने बताया कि इस मामले में FIR दर्ज कर लिया गया है। बच्चों का मेडिकल होगा और उनके बयान दर्ज किए जाएंगे।
इस मामले में असिस्टेंट पुलिस कमिश्नर मेघचंद मीणा ने बताया कि बाल कल्याण समिति, जयपुर, जिनका कार्यालय गांधीनगर है, की एक तीन सदस्यीय कमेटी ने आश्रम में जांच की थी, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने पुलिस में दी। उन्होंने कुछ बच्चों के साथ यौन शोषण, दुराचार, दुर्व्यवहार और मारपीट के आरोप लगाए हैं। उसके आधार पर FIR दर्ज की गई है और मामले की जांच की जा रही है। उन्होंने बताया कि इस मामले में बाहर से दो लोगों के आश्रम आने की पुष्टि हुई है, लेकिन यह अभी जांच का विषय है कि वे क्या करने के लिए अनाथ आश्रम गए थे।