- रविवार को मानसा जिले में हुई पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला की हत्या
- बताया जा रहा है कि हत्याकांश की साजिश सबसे पहले कनाडा में रची गई
- फिर इसे तिहाड़ जेल में बंद गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई तक पहुंचाया गया
Sidhu Musewala's murder Case : सिद्धू मूसेवाला की हत्या एक बड़ी साजिश का हिस्सा लग रही है। इस हत्याकांड के तार कनाडा से लेकर दिल्ली के तिहाड़ जेल तक जुड़ते दिख रहे हैं। जांच आगे बढ़ने के साथ-साथ कई कहानियां निकलकर सामने आ रही हैं। मूसेवाला की हत्या की साजिश के तार उलझे हुए हैं। इस हत्याकांड के पीछे का मकसद क्या था और इसकी साजिश किसने रची, इसका पता लगाने के लिए पुलिस लगातार काम कर रही है ताकि पता चल सके कि इस हत्याकांड के पीछे असली कहानी क्या है।
जांच में जो हत्याकांड से जुड़े जो भी एंगल सामने आ रहे हैं, पुलिस उनका बारीकी से जांच कर रही है। अलग-अलग जगहों पर गिरोहों से जुड़े लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। पटियाला में बंबीहा गैंग के दो लोगों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है। देहरादून में लॉरेंस गैंग के छह संदिग्ध हिरासत में हैं।
ज्यादा खून बहने से हुई सिद्धू की मौत
मूसेवाला के शव का पांच डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमार्टम किया। सूत्रों को कहना है कि मूसेवाला के शरीर पर 24 से ज्यादा गोलियों के निशान मिले हैं। एक गोली सिर की हड्डी में फंसी मिली। कुछ गोलियां शरीर के आर-पार निकलीं। करीब 30 राउंड फायरिंग हुई। सिद्धू की मौत ज्यादा खून बहने से हुई।
सिद्धू को मारने का प्लान कनाडा में बना
सूत्रों का कहना है कि सिद्धू को जान से मारने का सबसे पहले प्लान कनाडा में बना। फिर इस साजिश को दिल्ली तक पहुंचाया गया। इस साजिश को दिल्ली के अलावा राजस्थान, पंजाब और हरियाणा में भी रचा गया। कनाडा में प्लान बनाकर इसे तिहाड़ जेल में बंद लॉरेंस बिश्नोई तक पहुंचाया गया। जेल में ही सिद्धू की मौत की पटकथा लिखी जाने लगी। इस पूरी कहानी में शाहरूख की भूमिका सबसे संदिग्ध है। फिलहाल दिल्ली पुलिस शाहरूख से पूरी जानकारी जुटाने की कोशिश कर रही है।
Sidhu Moose Wala Murder: कनाडा में बैठे गोल्डी बराड़ ने कराई सिद्धू मूसेवाला की हत्या, क्या थी हमले की वजह?
बातचीत के लिए सिग्नल एप का इस्तेमाल
सूत्रों का कहना है कि साजिश रचने के लिए तिहाड़ जेल से सिग्नल एप का इस्तेमाल हो रहा था। शाहरूख इस एप के जरिए गोल्डी बराड़ एवं बाहर के लोगों के संपर्क में था। कनाडा में रहने वाले गोल्डी बराड़ से सिग्नल एप से बात होने की जानकारी सामने आई है। पुलिस इस फोन की जांच कर रही है। शाहरूख और गोल्डी इस फोन के जरिए एक दूसरे के संपर्क में थे।
शाहरूख ने उगले कई राज
हत्याकांड से पहले शाहरूख ने पूछताछ में दिल्ली पुलिस को बता दिया था कि तिहाड़ से लॉरेंस बिश्नोई एक बड़ी साजिश रच रहा है। बिश्नोई के अलावा इस साजिश में जग्गू भगवानपुरिया, गोल्डी बराड़, सत्येंद्र काला और अमित कजला शामिल हैं। दिल्ली पुलिस इस मामले की तह में जाने के लिए जांच कर रही है। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने काला जठेड़ी से पूछताछ की है। काला राणा से भी राज उगलवाए गए हैं।