चेन्नई : कोरोना वायरस संक्रमण की रोकथाम को लेकर देशभर में टीकाकरण किया जा रहा है। इसके लिए सरकारी और निजी अस्पतालों में व्यवस्था की गई है, जहां जाकर लोग वैक्सीन लगवा सकते हैं। लेकिन तमिलनाडु के एक परिवार ने अपने घर पर ही वैक्सीनेश्न कराया, जिसका नतीजा घर में हुई लूट के रूप में सामने आया। मामले का खुलासा हुआ तो हर कोई हैरान रह गया। अब पुलिस इसकी छानबीन में जुटी है।
यह मामला तमिलनाडु के कुड्डलोर में रामनाथम के निकल लक्कोर गांव का है। यहां 26 साल की एक युवती अपनी एक रिश्तेदार के यहां पहुंची थी। वहां थोड़ी बातचीत के बाद उसने पूछा कि क्या उन्होंने कोविड-19 का टीका लगवाया है। जब उनलोगों ने कहा कि अभी नहीं तो लड़की ने यह कहकर उन्हें बरगलाया कि वह उन्हें टीका लगा सकती है। इसके लिए घरवाले इसके लिए राजी हो गए।
जेवरात लेकर रफ्फूचक्कर हुई लड़की
आरोप है कि लड़की ने घर में अपनी महिला रिश्तेदार के साथ-साथ उनके पति और उनकी दो बेटियों को भी वैक्सीन लगाई, जिसके बाद वे बेहोश हो गए। उनके बेहोश होते ही लड़की घर से सोने के जेवरात लेकर रफ्फूचक्कर हो गई। बाद में उन्हें होश आया तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। उन्होंने देखा कि उनके घर से सोने के जेवरात गायब हैं, जिसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी।
दरअसल, लड़की ने कोविड-19 वैक्सीन के नाम पर उन्हें बेहोशी का इंजेक्शन दे दिया था, जिसके कारण वे बेहोश हो गए थे। अगले दिन सुबह उन्हें होश आया तो पता चला कि सोने के मंगलसूत्र, चेन सहित कई जेवरात गायब हैं। इसके बाद उन्होंने पुलिस को सूचना दी और शिकायत दर्ज कराई। आरोपी लड़की पेराम्बलुर स्थित किसी ऑनलाइन मार्केटिंग एजेंसी के लिए काम करती थी।