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Gurgaon Murder: हत्यारे तक ले गया मृतक के हाथ पर बना टैटू, शव को दो हिस्सों में काटकर बैग में भरा था

Updated Oct 21, 2020 | 09:53 IST

Gurgaon Crime: पुलिस अधिकारी का कहना है, 'नरेश की पत्नी और उसके बच्चे दूसरे कमरे में सोने चले गए जबकि संदीप एवं नरेश दूसरे कमरे में थे। संदीप के सो जाने पर नरेश ने धारदार हथियार से संदीपी की हत्या कर दी।'

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तस्वीर साभार:&nbspPTI
हत्यारे तक ले गया मृतक के हाथ पर बना टैटू, शव को दो हिस्सों में काटकर बैग में भरा था।
मुख्य बातें
  • गुड़गांव पुलिस ने ढाबा मालिक की हत्या की गुत्थी सुलझायी
  • ऑटो ड्राइवर ने की थी हत्या, पत्नी के साथ अवैध संबंध का था शक
  • आरोपी और मृतक ढाबा मालिक दूर के रिश्तेदार थे, पास में ही रहते थे

गुड़गांव : गुड़गांव पुलिस ने धाबा चलाने व्यक्ति की हत्या मामले में सोमवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया। धाबा चलाने वाले व्यक्ति की लाश पांच दिनों पहले अशोक विहार में एक कंस्ट्रक्शन साइट पर मिली थी। पुलिस का कहना है कि मृतक के हाथ पर दो टैटू मिले थे जिससे उसकी पहचान हो पाई और हत्यारा पुलिस के हत्थे चढ़ा। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर के रहने वाले आरोपी नरेश का कहना है कि उसे संदेह था कि उसकी पत्नी का ढाबा मालिक के साथ अफेयर चल रहा है। इसलिए उसने उसकी हत्या की। 

प्लास्टिक बैग में मिली लाश
पुलिस का कहना है कि उसे शुक्रवार को प्लास्टिक बैग में एक व्यक्ति की लाश मिली। हत्यारे ने शव को दो टुकड़ों में काटा था। पुलिस के अधिकारी ने बताया, 'शव के दाहिने हाथ पर टैटू और उसकी गर्दन एवं पीठ पर घाव के निशान थे।' शव मिलने के दो दिनों बाद पुलिस मृतक व्यक्ति की पहचान संदीप के रूप में करने में सफल हो गई। संदीप भी सहारनपुर का रहने वाला है।

हिंदी में टैटू गुदवाया था
पुलिस का कहना है कि मृतक व्यक्ति के हाथ पर हिंदी में 'संदीप' और 'ओम' गुदा हुआ था। इससे आरोपी नरेश को दबोचने में मदद मिली। पूछताछ में ऑटो रिक्शाचालक नरेश ने बताया कि वह बजघेड़ा में अपनी पत्नी और चार बच्चों के साथ रहता है। गत 13 अक्टूबर को आरोपी ने संदीप के साथ उसके ढाबे पर शराब पी। इसके बाद वह उसे लेकर अपने घर आया। आरोपी नरेश ढाबा चालक संदीप का दूर का रिश्तेदार है और दोनों बजघेड़ा में रहते हैं। 

धारदार हथियार से की हत्या
पुलिस अधिकारी का कहना है, 'नरेश की पत्नी और उसके बच्चे दूसरे कमरे में सोने चले गए जबकि संदीप एवं नरेश दूसरे कमरे में थे। संदीप के सो जाने पर नरेश ने धारदार हथियार से संदीप की हत्या कर दी।' अगले दिन नरेश ने संदीप के शव को दो हिस्सों में काटकर प्लास्टिक के बैग में भर दिया। इसके बाद उसने घर की साफ-सफाई की। रात के समय में उसने शव ले जाकर अशोक विहार में एक निर्माणाधीन इमारत के पास फेंक दिया।