लाइव टीवी

UP: 2 लाख रुपए की सुपारी देकर पिता ने कराई बेटे की हत्या, इस वजह से उठाया ये कदम

Updated Jul 26, 2020 | 17:21 IST

Uttar Pradesh Crime News: उत्तर प्रदेश के हापुड़ के सिंभौली इलाके में एक पिता ने अपने बेटे की हत्या करवा दी। वह बेटे के उग्र स्वभाव से परेशान हो गया था।

Loading ...
पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है
मुख्य बातें
  • बेटे के उग्र स्वभाव से परेशान हो पिता ने करवाई उसकी हत्या
  • पैसे के लिए बेटा पिता और अपनी मां को पीटता था
  • हत्या करवाने के लिए अपने पिता ने पड़ोसी को दो लाख रुपये दिए

हापुड़: उत्तर प्रदेश से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है जहां अपने बेटे के हिंसक व्यवहार और भव्य जीवनशैली से परेशान होकर एक पिता ने उसका कत्ल करवा दिया। सिंभौली इलाके में बुधवार की सुबह पीड़ित ऋषभ तोमर अपने कार में मृत पाया गया। उसके गले पर रेंतने के निशान मिले।

इस मामले को सुलझाने में पुलिस को महज दो दिन लगे। मृत लड़के के पिता कमल चंद तोमर और भाड़े पर लिए गए दो अपराधियों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया है। कमल ने इन्हें इस काम के लिए दो लाख रुपये चुकाए थे।

बेहद उग्र था बेटे का स्वभाव

एक ऑटोमोबाइल रिपेयर शॉप के मालिक कमल ने पुलिस स्टेशन में संवाददाताओं को बताया, मेरे बेटे ने अपना होश खो दिया था। वह गालियां देता था और यहां तक कि पैसे के लिए वह मुझे और अपनी मां को पीटता भी था। एक बार उसने अपनी मां का हाथ ही तोड़ डाला था। मैं उसे एक डॉक्टर के पास भी लेकर गया था और उसका ट्रीटमेंट चल रहा था, लेकिन अब वह हर दूसरे दिन पैसे की मांग करता था। हमारी जिंदगी जहन्नुम हो गई थी। मेरे पास इसके अलावा और कोई रास्ता नहीं था।

हापुड़ के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संजीव सुमन ने कहा, कमल चंद ने ऋषभ की हत्या करवाने के लिए अपने पड़ोसी कमल पाल को दो लाख रुपये दिए थे। पाल ने अपने एक दोस्त प्रमोद को इसमें शामिल किया जो ऋषभ को अच्छे से जानता था। वे ऋषभ को सिंभौली लेकर गए जहां इन्होंने मिलकर शराब पिया और बाद में ऋषभ की हत्या कर दी। 

इस तरह हुआ पुलिस को शक

एसपी ने कहा, जब ऋषभ के माता-पिता ने आकर हमें मर्डर के बारे में बताया तभी हमें शक हुआ। वे ज्यादा परेशान नहीं दिख रहे थे और न ही उन्होंने शव का पोस्ट मॉर्टम करवाने के लिए हमसे कुछ कहा। प्राथमिकी दर्ज कराने को लेकर भी उनमें कोई दिलचस्पी नहीं थी। बाद में गहरी छानबीन के बाद हमें इस पूरी प्रक्रिया के बारे में पता चला। हमने किराए पर लिए गए युवाओं से 1.3 लाख रुपये निकलवाया है।