- दिल्ली पुलिस ने मंगोलपुरी हत्या मामले की जांच अपराध शाखा को सौंपी
- अब तक ताजुद्दीन, जाहिद, मेहताब और दानिश और इस्लाम को इस मामले में गिरफ्तार किया गया
- रिंकू शर्मा की हत्या के मामले तीन चश्मदीदों ने की टाइम्स नाउ से बात
नई दिल्ली: दिल्ली के मंगोलपुरी इलाके में रिंकू शर्मा की कुछ लोगों द्वारा हत्या किए जाने के मामले में पांचवें आरोपी के गिरफ्तार होने के बाद इस मामले को क्राइम ब्रांच को सौंप दिया गया है। जो पांच आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं उनमें ताजुद्दीन, जाहिद, मेहताब और दानिश और इस्लाम शामिल हैं। किसी अप्रिय घटना से बचने के लिए इलाके में पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। रिंकू शर्मा के भाई मन्नू ने आरोप लगाया कि रिंकू शर्मा की इसलिए हत्या की गई क्योंकि वह राम मंदिर निर्माण के लिए चंदा एकत्र करने के अभियान में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहा था। अब इस मामले में तमाम प्रत्यक्षदर्शियों के बयान सामने आए हैं।
भाई ने दिया था खून
क्राइम ब्रांच को केस सौंपे जाने पर रिंकू के भाई ने कहा, 'क्राइम ब्रांच जांच कर रही है तो सारा सच बाहर आ जाएगा। इस्लाम की वाइफ की जब प्रेग्नेंसी थी तब उसे होश नहीं था और भैय्या ने उसे खून दिया था, जबकि उस समय उनकी जान खतरे में थी। जो पांच तारीख को शुभ यात्रा निकाली थी ये उसका विरोध करते थे। प्रत्येक मंगलवार को जो हनुमान चालीसा करते थे ये उसका भी विरोध करते थे। बर्थडे पार्टी वाला एंगल पूरी तरह झूठा है। जिन्होंने मारा है उन्हें बर्थडे पार्टी का निमंत्रण ही नहीं था वो वहां कैसे होंगे?'
सामने आए प्रत्यक्षदर्क्षी
सचिन नाम के एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, 'हम लोग घर थे तो देखा कि वहां झगड़ा हो रहा है। वाइफ ने 100 नंबर पर कॉल कर दी। पुलिस को हमने कंप्लेंट लिखाई कि 10-12 लड़के मारने आए थे। उसके बाद हम घर पर आ गए। फिर मैं घर से नीचे उतरा नहीं। मुझे नहीं पता कि उन्होंने किस वजह से रिंकू को मारा।'
आखिर क्या गलती थी रिंकू की
वहीं एक अन्य प्रत्यक्षदर्शी अलीस बाबू ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा, 'भीड़ बहुत ज्यादा थी वहां। मैं वहां गया छुड़ाने लेकिन भीड़ ज्यादा थी और माहौल इतना गर्म हो गया था कि कोई सुनने को तैयार नहीं था। मेरा भाई मुझे ले गया। इसके बाद रिंकू को चाकू लगता तो पूरे गली में हंगामा हो जाता है कि चाकू लग गया, चाकू लग गया। मुझे समझ नहीं आया कि आखिर रिंकू क्यों मारा गया।'
पूरे परिवार के साथ पहुंचे थे आरोपी
तीसरे प्रत्यक्षदर्शी आकाश ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा, 'गली में बहुत हल्ले की आवाज आई, हम पीछे आए तो देखा कि रिंकू की गली में लड़ाई -झगड़ा हो रहा था, रिंकू के घर के आगे। हम लोग जल्द से भागकर गए तो देखा कि रिंकू के घर पर जाहिद की फैमिली थी पूरी की पूरी और इन्होंने अटैक कर रखा था। एक ही परिवार के सारे के सारे लोग वहां पहुंचे थे, महिलाएं भी थी और यहां तक कि जो लाली नाम का शख्स है उसके साले भी थे यहां पर। पूरी फैमिली ने अटैक किया था। मैं पुलिस को अपना बयान दूंगा।'
'हमारा कोई बिजनेस ही नहीं उससे संबंधित दुश्मनी कैसे'
वहीं रिंकू के भाई ने टाइम्स नाउ से बात करते हुए कहा, 'पुलिस ने जो बिजनेस संबंधी बयान दिया था, ऐसा कुछ नहीं है। हमारा विरोध इसलिए किया गया था क्योंकि हम प्रति मंगलवार को हनुमान चालीसा करते थे और हमने एक राम शुभ यात्रा निकाली थी इसलिए विरोध करते थे। ये जो बयान बिजनेस संबंधी या बर्थडे पार्टी का दिया जा रहा है वो सब झूठा है। मैंने आज भी मंगोलपुरी एचएचओ साहब से बात की है। हमारा कोई बिजनेस ही नहीं है, कोई दुकान ही नहीं है तो बिजनेस की दुश्मनी कहां से आ गई। बर्थडे पार्टी में कोई झगड़ा हुआ है इन्होंने घर पर आकर हमला किया है। जिन्होंने मारा है वो एक तरह के गुंडे हैं। जो इनका मेन मुखिया है ताजउद्दीन वो पुलिस के लिए ही काम करता है। वो यहां पर सबको दबाने की कोशिश करते हैं।'