- आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में प्रकाश जारवाल को गिरफ्तार किया गया था
- 52 साल के एक डॉक्टर ने आत्महत्या कर ली थी
- डॉक्टर ने विधायक के खिलाफ सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप
नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक प्रकाश जारवाल के लिए मुश्किलें बढ़ती जा रही है। जांच से सामने आया है कि देवली से आप विधायक ने पानी टैंकर मालिकों से एक महीने में 60 लाख रुपए की रिश्वत ली है। करीब 20 वाटर टैंकर मालिक सामने आए हैं और उन्होंने कहा है कि विधायक ने उनसे पैसे की मांग की। इनमें से चार लोगों ने मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने बयान दर्ज कराए और कहा कि उन्होंने अपनी फाइल को मंजूरी दिलवाने के लिए 20,000 रुपए का भुगतान किया और आपूर्ति के प्रत्येक दौर के लिए 500 रुपये दिए। ऐसे में 60 टैंकरों का संचालन होता है तो यह राशि 60 लाख रुपए प्रति माह आती है।
इसके अलावा टैंकर मालिकों ने आरोप लगाया कि पैसे न देने पर सप्लाई रोक दी जाती थी। साथ ही उन्हें दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय से पानी भरने की अनुमति दी थी।
आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप
इसी महीने दिल्ली पुलिस ने प्रकाश जारवाल और उनके सहयोगी को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में गिरफ्तार किया था। दरअसल, डॉ. राजिंदर सिंह (52) ने 18 अप्रैल फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। वह दक्षिणी दिल्ली के दुगार्पुरी इलाके में एक निजी चिकित्सक थे और 2007 से टैंकरों के माध्यम से दिल्ली जल बोर्ड के पानी की आपूर्ति में भी शामिल थे। परिवार ने दावा किया था कि आरोपियों ने राजिंदर के टैंकरों को जलापूर्ति सेवा से हटा दिया था और जल बोर्ड से बकाया की निकासी को भी रोक दिया था।
सुसाइड नोट में लगाए गंभीर आरोप
सुसाइड नोट में लिखा हुआ था, 'मैं पिछले 5 सालों से एक टूटा हुआ आदमी हूं। प्रकाश जारवाल और उनसे जुड़े कपिल नागर ने मुझे 18 जुलाई, 2019 को जान से मारने की धमकी दी। इन 5 वर्षों में, मैंने उन्हें 5 लाख रुपए भी दिए, ताकि वे मेरे परिवार को चोट न पहुंचाएं। मैंने अपने गांव में एक संपत्ति भी बेची और कपिल नागर को पैसे दिए, जो मुझे बेचने के बाद मिले। हालांकि, वह प्रकाश के माध्यम से मुझे धमकी देता रहा। मैं अपना जीवन भय में नहीं जी सकता। मैं उन्हें अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराता हूं। अगर कानून है तो दोनों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए।'