नई दिल्ली : सर्दी का मौसम शुरू होने के साथ ही राजधानी दिल्ली की हवा 'जहरीली' एवं दमघोटू हो गई है। लोग आखों में जलन में सांस लेने में परेशानी की शिकायत करने लगे हैं। पिछले कुछ दिनों से राजधानी की सुबह आसमान में धुंध के साथ हो रही है। दिल्ली का वायु गुणवत्ता का स्तर (एक्यूआई) 'खतरनाक' स्तर पर पहुंच गया है। दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में शुक्रवार सुबह एक्यूआई खराब दशा में पाया गया।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक आनंद विहार में यह 407, आरेपुरम में 407, द्वारका सेक्टर 8 में 421 और बवाना में 430 पाया गया। शुक्रवार सुबह एनसीआर के इलाके गुरुग्राम में भी वायु की गुणवत्ता 'खराब स्तर' में पहुंच गई। दिल्ली की हवा में बढ़ते प्रदूषकों पर रोक लगाने के लिए दिल्ली सरकार लगातार प्रयास कर रही है।
केजरीवाल सरकार ने दिवाली के मौके पर पटाखों जलाने एवं उसकी बिक्री पर रोक लगा दी है। साथ ही राजधानी में किसान पराली न जलाएं, इसका भी उपाय किया गया है। इन उपायों का असर आने वाले दिनों में देखने को मिल सकता है। हालांकि, गुरुवार को दिल्ली में वायु गुणवत्ता 'खतरनाक' स्तर पर रही।
बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब के खेतों से जलने वाली पराली दिल्ली के वायु प्रदूषण में सबसे ज्यादा इजाफा कर रही है। सफर के मुताबिक गुरुवार को राजधानी के पीएम 2.5 में अकेले इन राज्यों का हिस्सा 42 प्रतिशत था। पर्यावरण के जानकारों का मानना है कि पिछले कुछ दिनों से राजधानी में हवा की रफ्तार धीमी हुई है और इस वजह से भी आसमान में धुंध की चादर बनी हुई है।
गौरतलब है कि है कि 0 और 50 के बीच एक्यूआई को 'अच्छा', 51 और 100 के बीच 'संतोषजनक', 101 और 200 के बीच 'मध्यम', 201 और 300 के बीच 'खराब', 301 और 400 के बीच 'बेहद खराब' और 401 से 500 के बीच 'गंभीर' माना जाता है। पर्यावरणविदों का कहना है कि दिल्ली में आने वाले कुछ सप्ताह प्रदूषण के लिहाज से भारी रहेंगे। दिवाली के समय तक दिल्ली की आबोहवा और खराब हो सकती है।