- नौकरी दिलाने का झांसा देकर युवाओं से करते थे फ्रॉड
- ये आरोपी अब तक कर चुके 250 से ज्यादा फ्रॉड
- रजिस्ट्रेशन फीस लेने के बाद देते थे फर्जी जॉब लेटर
Delhi Crime: राजधानी के द्वारका जिले की साइबर पुलिस ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है जो बेरोजगार युवाओं को नौकरी का झांसा देकर ठगी करता था। पुलिस ने इस कॉल सेंटर को चलाने वाले सात लोगों को गिरफ्तार करने में भी सफलता पाई है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि इन आरोपियों ने अब तक इसी तरह करीब 250 युवाओं के साथ 23 लाख रुपये का फ्रॉड किया है।
पुलिस के अनुसार ये आरोपी बेरोजगार युवाओं को नौकरी दिलाने का झांसा देते और फिर रजिस्ट्रेशन के नाम पर उनसे मोटी फीस लेते थे। इसके बाद आरोपी युवाओं को फर्जी जॉब लेटर थमा देते थे। डीसीपी द्वारका एम हर्षवर्धन ने बताया कि इन आरोपियों के पास से 16 मोबाइल फोन, दो लैपटॉप और कई कंपनियों के नाम पर फर्जी अपॉइंटमेंट लेटर व कागजात बरामद किए गए हैं।
एक महिला ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराई थी शिकायत
साइबर थाने के प्रभारी जगदीश कुमार ने बताया दिल्ली की रहने वाली एक महिला ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि एक ऑनलाइन वेबसाइट ने उसे रिक्यूट किया था। इसके बाद उसे एक जॉब कंसल्टेंसी के लिए भीकाजी कामा प्लेस बुलाया गया। यहां पर उससे रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर दो बार 3500 और 8500 रुपये लिए गए और इसके बदले पीड़िता को एक अपॉइंटमेंट लेटर दे दिया गया। जब पीड़िता वहां पहुंची तो यह अपॉइंटमेंट लेटर फर्जी निकला। इसके बाद उसने शिकायत दर्ज कराई थी। जांच के दौरान पुलिस ने जब मोबाइल नंबर की छानबीन की तो पता चला कि यह नंबर भीकाजी कामा प्लेस से चल रहा है। इसके बाद पुलिस ने रेड मार कर इस फर्जी कॉल सेंटर का पर्दाफाश किया। जांच में पुलिस को पता चला कि इस फर्जी कॉल सेंटर ने सैकड़ों बेरोजगारों को ठगी का शिकार बनाया। हालांकि अधिकांश ने इनके खिलाफ कोई एक्शन नहीं लिया। अब इस महिला की पहल पर बड़े स्कैम का खुलासा हुआ है।