- दिल्ली में पिछले 12 दिन में कोरोना के 60 हजार मामले
- दिल्ली हाईकोर्ट ने अरविंद केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई, स्टेट्स रिपोर्ट मांगी
- त्योहारी सीजन का दी जा रही है दलील, मॉस्क न लगाने को भी बताया गया जिम्मेदार
नई दिल्ली। दिल्ली में कोरोना के मामले में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है। त्योहारी सीजन की वजह से बाजारों में भीड़ है और इसे एक बड़ी वजह बताया जा रहा है। एम्स के निदेशक डॉ रणदीप गुलेरिया ने बताया कि जिस तरह से दिल्ली में कोरोना केस में इजाफा हो रहा है वो चिंताजनक है और इस पर लगाम लगाने की जरूरत है। इस सिलसिले में दिल्ली हाईकोर्ट ने केजरीवाल सरकार को फटकार लगाई है।
क्या कोरोना बढ़ने का कर रहे हैं इंतजार
दिल्ली हाईकोर्ट का कहना है कि यह बड़े आश्चर्य की बात है कि जब कोरोना के मामले बढ़ते जा रहे हैं तो आप एक एक कर चीजों को खोलते जा रहे हैं या नियमों में ढील देते जा रहे हैं। सरकार यह बताए कि कोरोना की रफ्तार को रोकने के लिए वो कौन से प्रयास कर रही है। अदालत ने सरकार से पूछा कि क्या कोरोना के डबल होने का इंतजार कर रहे हैं। अगर हालात ऐसे रहे तो क्या आप कंट्रोल कर पाएंगे। इसके साथ ही अदालत ने कहा कि सरकार ने अब तक कोरोना से निपटने के लिए जो इंतजाम किए हैं उसके बारे में स्टेट्स रिपोर्ट दाखिल करे।
त्योहारी सीजन कोरोना केस के बढ़ने की वजह
दिल्ली सरकार ने हाल ही में कहा था कि जिस तरह से कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है वो कोरोना की तीसरी लहर है। सरकार की तरफ से यह बयान आया कि दिल्ली के सरकारी अस्पतालों में कोरोना मरीजों के लिए 110 आईसीयू बेड्स बढ़ाए गए हैं। लेकिन इस तरह की जानकारियां सामने आ रही हैं कि आईसीयू बेड्स की कमी है। दिल्ली में कोरोना के बढ़ते मामलों पर सरकार की तरफ से दलील दी जा रही है लोग सोशल डिस्टेंसिंग की ना तो पालन कर रहे हैं और ना ही मास्क लगा रहे हैं। इस समय त्योहारी सीजन है लिहाजा कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है।