- फर्जी आईकार्ड दिखाकर देते थे लूट की घटना को अंजाम
- सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपियों तक पहुंची पुलिस
- आरोपियों के पास लूट का सामान बरामद
Delhi Police Action: उत्तरी पश्चिमी जिले के स्पेशल स्टाफ और नेताजी सुभाष प्लेस थाना पुलिस ने 7 लुटेरों को गिरफ्तार किया है। स्पेशल 26 मूवी की तर्ज पर लोगों के साथ धोखाधड़ी और लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गैंग का भंडाफोड़ किया गया है। आरोपी वारदात के वक्त खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताते थे और मुंबई पुलिस का फर्जी आईकार्ड दिखाकर डरा धमका कर लूट और धोखाधड़ी की वारदात को अंजाम देते थे। पुलिस ने इनके पास से लूटे हुए लैपटॉप और अन्य सामान भी बरामद किए हैं। पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है।
बता दें कि, बॉलीवुड स्टाइल में दिल्ली के सुभाष प्लेस इलाके में लूट की वारदात को अंजाम देने वाले गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। जिसमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। यह गैंग बॉलीवुड की स्पेशल 26 मूवी से प्रेरित होकर उसी की तर्ज में लोगों के साथ धोखाधड़ी और लूट की वारदात को अंजाम देता था। नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में भी इसी तरीके की वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस ने मामले की जांच करते हुए गैंग को पकड़ा है।
मुंबई पुलिस का आई कार्ड दिखाकर लूटपाट
बता दें कि 10 अगस्त को विजय यादव नाम के एक व्यक्ति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई कि नेताजी सुभाष प्लेस में उसके ऑफिस में एक महिला समेत चार लोग पहुंचे और खुद को मुंबई पुलिस को अधिकारी बताया। वह डराने धमकाने लगे, सभी के गले में मुंबई पुलिस का आई कार्ड भी था। जिससे वह डर गए और छापेमारी की धमकी देकर नकली पुलिस कर्मियों ने बीस लाख रुपए की डिमांड की। लगातार नकली पुलिस कर्मियों द्वारा पैसों की डिमांड करने पर पीड़ित ने अपने घर फोन करके 50 हजार रुपए का बंदोबस्त किया। इसके बाद कुल 57 हजार रुपए पीड़ित ने बदमाशों को दिए साथ ही 10 मोबाइल फोन, एक लैपटॉप और कुछ अन्य सामान लेकर आरोपी चले गए। जाने से पहले बदमाशों ने ऑफिस के ऑनर और महिला कर्मचारियों को बाहर से बंद कर दिया था।
सीसीटीवी कैमरे से मिली मदद
बता दें कि पीड़ित के शिकायत के बाद पुलिस ने इस मामले में मुकदमा दर्ज किया और मामले की गंभीरता को देखते हुए स्पेशल स्टाफ और सुभाष प्लेस थाने की टीम बनाई। इलाके के कई सीसीटीवी कैमरे को भी खंगाला गया। स्पेशल स्टाफ की एक टीम ने घटनास्थल के पास ही लगे हुए सीसीटीवी कैमरे में देखा कि एक व्यक्ति जो कि 4 लोगों को समझा रहा है लेकिन वह उस ऑफिस के अंदर दाखिल नहीं हुआ। घटना के वक्त ऑफिस के बाहर ही वह मौजूद रहा। पुलिस ने व्यक्ति की पहचान की और छापेमारी कर प्रशांत कुमार पाटिल नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया।
गैंग में शामिल थीं दो महिलाएं
बता दें कि पुलिस की पूछताछ के दौरान आरोपी प्रशांत ने खुलासा किया कि, उसके साथ दो महिला समेत सात और लोग हैं, जो इस वारदात में शामिल हैं। पुलिस ने प्रशांत के पास से 2.50 लाख रुपए भी बरामद किए। प्रशांत ने बताया कि, वह 15 सौ रुपए खाने के लिए खर्च कर चुका था। पुलिस ने रोहिणी इलाके से इस वारदात में शामिल 2 महिलाओं को भी गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से पुलिस ने कुल 25 मोबाइल फोन, मुंबई पुलिस के फर्जी आईकार्ड, एटीएम कार्ड और कई सामान भी बरामद किए।
फिल्म से प्रेरित होकर बने बदमाश
पकड़े गए आरोपियों से प्राप्त जानकारी के आधार पर पुलिस ने एक के बाद एक इस गैंग के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया। जिनके पास से पुलिस ने कुल 47 हजार रुपए बरामद कर लिए। पूछताछ के दौरान खुलासा हुआ कि, इनमें से कुछ लोग करीब 2 साल पहले एक कॉल सेंटर में काम करते थे और वहीं इनकी आपस में मुलाकात हुई थी। इसके बाद स्पेशल 26 मूवी देखी और उसी मूवी से प्रेरित होकर उन्होंने इस तरीके की वारदातों को अंजाम देने की पूरी प्लानिंग तैयार कर ली।
आरोपियों के पास से पुलिस ने ये सामान किया बरामद
डीसीपी (नार्थ वेस्ट, दिल्ली) उषा रंगनानी ने बताया कि, लूट की घटना को अंजाम देने वाले गैंग के 7 लोग पुलिस की गिरफ्त में है। जिनकी पहचान प्रशांत, जाहिद, नेहा,ज्योति, इमरान, फैजल, संजय के तौर पर हुई है। पुलिस इन सभी से पूछताछ में जुटी हुई है। इनके पास से लूटे हुए पैसों में से चार लाख पचास हजार रुपये कैश, दो लाख रुपये बैंक खाते से, 25 मोबाइल फोन, सिम कार्ड, मुंबई पुलिस का फर्जी आई कार्ड बरामद किया गया है। पुलिस की पूछताछ लगातार जारी है।