लाइव टीवी

Delhi: डोर-टु-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए अब दिल्लीवालों को देना होगा पैसा, ऐसे हो रही वसूली

Updated May 08, 2022 | 17:49 IST

Delhi West Collection: दिल्‍ली में यमुनापार रहने वाले लोगों को अब प्रति माह 100 रुपये कूड़ा कलेक्‍शन के देने पड़ेंगे। एमसीडी ने यह चार्ज उन लोगों से वसूलने शुरू कर दिए हैं, जिनकी यूपिक आईडी बन गई है। लोगों से यह यूजर चार्ज प्रॉपर्टी टैक्स के साथ जोड़कर लिया जा रहा है।

Loading ...
तस्वीर साभार:&nbspTwitter
डोर-टु-डोर कूड़ा कलेक्शन करता वाहन
मुख्य बातें
  • लोगों को अब कूड़ा कलेक्‍शन के लिए देने पड़ेंगे 100 रुपए प्रतिमाह
  • एमसीडी प्रॉपर्टी टैक्‍स के साथ लोगों से करा रही यह शुल्‍क जमा
  • यूपिक आईडी बनवा चुके लोगों से हो रही यूजर चार्ज की वसूली

Delhi West Collection: दिल्‍ली में यमुनापार रहने वाले लोगों को अब डोर-टु-डोर कूड़ा कलेक्शन के बदले हर माह एमसीडी को पैसा देना होगा। निगम की तरफ से इसकी वसूली भी शुरू हो गई है। एमसीडी हर उस व्‍यक्ति से कूड़ा कलेक्‍शन का शुल्‍क वसूल रहा है, जिनका यूपिक आईडी बन गई है। यह राशि लोगों के प्रॉपर्टी टैक्स में जोड़कर वसूली जा रहा है। लोगों को अब हर माह कूड़ा कलेक्‍शन के लिए 100 रुपये अतिरिक्‍त भुगतान करना होगा।

बता दें कि, एमसीडी ने हाल ही में नई पॉलिसी लागू की है, जिसके अनुसार, लोगों को अब म्युनिसिपल वेल्यूएशन कमेटी थ्री के हिसाब से प्रॉपर्टी टैक्स देना होगा। इसके लागू होने के बाद यमुनापार की सभी कॉलोनियां अब पॉश कॉलोनियों की श्रेणी भी बदल गई हैं। साथ ही अब इंडस्ट्रियल एरिया का प्रॉपर्टी टैक्स भी बढ़ा कर डबल कर दिया गया है। लोग प्रॉपर्टी टैक्स की बढ़ी दरों की मार से अभी उबर भी नहीं पाए थे कि, उनसे अब कूड़ा कलेक्‍शन की वसूली भी शुरू हो गई।

इस तरह लिया जा रहा शुल्‍क

एमसीडी अधिकारियों के अनुसार, जिन लोगों की यूपिक आईडी बन गई है, उन्हें अब प्रति माह यूजर चार्ज (कूड़ा कलेक्शन) के रूप में 100 रुपये देने होंगे। यह चार्ज प्रॉपर्टी टैक्‍स जमा करते समय वसूल किया जाएगा। अगर कोई व्‍यक्ति चार्ज जमा करने में देरी करता है तो, उससे 10 रुपये से लेकर 20 रुपये तक के हिसाब से जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। इस तरह से  एमसीडी ने अब सालाना करोड़ों रुपये के कलेक्शन का एक नया रास्ता तैयार कर लिया है।

यमुनापार हैं 8 लाख प्रॉपर्टी

एमसीडी के प्रॉपर्टी टैक्स विभाग के अनुसार, हाल ही में कराए गए एक सर्वे में यमुनापार करीब 8 लाख प्रॉपर्टी की लिस्‍ट तैयार की गई है। वहीं अगर यूनिट की बात करें तो यह संख्या करीब 11 लाख तक पहुंच जाती है। अधिकारियों के अनुसार, अब तक लगभग 6 लाख प्रॉपर्टी के यूपिक आईडी बनाए जा चुके है। धीरे-धीरे बाकी प्रॉपर्टी के भी यूपिक आईडी बन जाएगी। जिसके बाद एमसीडी यूजर चार्ज से ही सालाना करोड़ों रुपये का रेवेन्यू जुटा लेगी।

Delhi News in Hindi (दिल्ली न्यूज़), Times now के हिंदी न्यूज़ वेबसाइट -Times Now Navbharat पर। साथ ही और भी Hindi News (हिंदी समाचार) के अपडेट के लिए हमें गूगल न्यूज़ पर फॉलो करें।