नई दिल्ली : कोरोना वायरस के नए रूप ओमिक्रॉन को लेकर दिल्ली सरकार सतर्क और मुस्तैद है। केजरीवाल सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने सोमवार (03 जनवरी) को कहा कि कल दिल्ली में 3194 पॉजिटिव केस आए थे, पॉजिटिविटी 4.59 थी और एक डेथ हुई थी। अभी थोड़ी देर में जो आज का बुलेटिन आएगा, उसमें करीब 4000 पॉजिटिव केस हैं और पॉजिटिविटी 6.5 पर्सेंट के करीब है। लेकिन जितने भी केस आ रहे हैं, उनमें हॉस्पिटल की बहुत कम जरूरत पड़ रही है। पिछली बार जब इतने लोग बीमार थे, तो बड़ी संख्या में लोग अस्पतालों में भर्ती होते थे। अभी दिल्ली के कोरोना अस्पतालों में दिल्ली के सिर्फ 202 लोग भर्ती हैं।
लोगों को घबराने की जरुरत नहीं है, लेकिन सतर्क रहने की जरुरत है। 2 साल का अनुभव बता रहा है कि मास्क लगाएं तो इससे बच सकते हैं। जल्द ही दिल्ली के लोग मिलकर कोरोना के इस नए रूप ओमिक्रॉन को भी हराएंगे। अभी तक स्थिति बहुत ही कंट्रोल में है। नंबर तो बढ़ रहे हैं, लेकिन इसकी तुलना में लोग सीरियस बीमार नहीं हो रहे हैं। अस्पताल नहीं जा रहे हैं।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ओमिक्रॉन ही रहा तो जल्द ही इससे निजात मिल सकती है। जितने भी देशों में यह आया है, जैसे साउथ अफ्रीका में, वहां बहुत ही तेजी से यह ऊपर चढ़ा और फिर डाउन चला गया। बीते 2 दिनों के दौरान, दिल्ली के तीन लैब्स, ILBS, LNJP और NCDC लैब से जो जिनोम सिक्वेंसीग की रिपोर्ट आई है, उसमें 84 फीसदी केस ओमिक्रॉन के आए हैं।
एक्सपर्ट्स का कहना है कि हफ्ते भर में पिक आ सकती है, लेकिन यह सब कयास है। किस दिन पिक आएगी यह नहीं बता सकते। लोग सतर्क रहें, प्रोटोकॉल का पालन करें, तो सख्ती बढ़ाने की आवश्यकता बिल्कुल नहीं पड़ेगी। अभी तक कोई ऐसा ओमिक्रॉन मरीज नहीं है, जो ऑक्सीजन या वेंटीलेटर पर हो।