- दिल्ली सरकार की नई शराब नीति के खिलाफ सड़क पर उतरी भाजपा
- भाजपा का कहना है कि स्कूल बनाने की जगह ठेके बना रही केजरीवाल सरकार
- आदेश गुप्ता ने कहा कि आजादी के बाद जहां ठेके नहीं थे, वहां भी ठेके खुल गए हैं
नई दिल्ली : दिल्ली की केजरीवाल सरकार की नई आबकारी नीति के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने राजधानी में 'चक्का जाम' किया है। इस प्रदर्शन की वजह से एनएच-24 सहित दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में भारी जाम लग गया है। लोगों को आने-जाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। भाजपा का कहना है कि आम आदमी पार्टी ने कहा था कि वह सत्ता में आने पर नए स्कूल बनाएगी लेकिन वह इसकी वजह शराब के ठेके खोल रही है। भाजपा ने कहा कि दिल्ली सरकार जब तक अपने आबकारी कानून में बदलाव नहीं करती तब तक वह अपना आंदोलन जारी रखेगी।
सड़कों पर उतरे दिल्ली भाजपा के नेता
नई आबकारी नीति के खिलाफ भाजपा की ओर से किए गए 'चक्का जाम' का असर राजधानी के कई इलाकों में देखने को मिला। प्रदेश भाजपा के बड़े नेता हजारों समर्थकों के साथ सड़कों पर बैठ गए और नई शराब नीति के खिलाफ विरोध-प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन की वजह से एनएच-24, अक्षरधाम, सफदरजंग सहित कई इलाकों में जाम लग गया।
स्कूलों की जगह ठेके खोल रही सरकार-आदेश गुप्ता
दिल्ली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार स्कूलों की जगह शराब के ठेके खोल रही है। नई आबकारी नीति के तहत इस बार ठेके ऐसे जगह खुले हैं जहां आजादी के बाद से कभी शराब की दुकानें नहीं खुलीं लेकिन केजरीवाल सरकार राजस्व के लिए हजारों ठेके खोल रही है। भाजपा नेता ने कहा कि ये ठेके रिहायशी इलाकों, धार्मिक एवं स्कूलों के पास खोले गए हैं। गुप्ता ने कहा कि दिल्ली की जनता ने केजरीवाल को सीएम इसलिए नहीं बनाया कि वह शराब आसानी से उपलब्ध कराने के लिए ठेके खोलें। दिल्ली की जनता हमारे साथ है। आप सरकार इस नीति को जब तक वापस नहीं लेती तब तक हम आंदोलन चलाते रहेंगे।
डिप्टी सीएम ने आबकारी नीति का बचाव किया
वहीं, नई आबकारी नीति का बचाव करते हुए दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि नई आबकारी नीति के जरिए काले धन पर रोक लगाया गया है। भाजपा इसे बेवजह का मुद्दा बना रही है।