- मेडिकल में एमबीबीएस कोर्स होता है छात्रों का सपना।
- मेडिकल में मौजूद हैं कई शानदार करियर ऑप्शन।
- 3 से 5 साल तक के दूसरे कोर्स कर भी बन सकते हैं डॉक्टर।
Top Careers In Medicine: विभिन्न शैक्षणिक बोर्ड्स के 12वीं क्लास के रिजल्ट्स आ चुके हैं। जिसके साथ ग्रेजुएशन की तैयारी भी शुरू हो गई है। ऐसे में साइंस स्ट्रीम से 12वीं करने वाले छात्र अब मेडिकल फील्ड में बेहतर करियर ऑप्शन की तलाश में जुट गए हैं। यह सभी को पता है कि एमबीबीएस में लिमिटेड सीट्स और भारी भरकम फीस के कारण हर कोई डॉक्टर नहीं बन सकता है। ऐसे में यह जानना जरूरी हो जाता है कि स्टूडेंट्स के पास मेडिकल फील्ड में और क्या करियर ऑप्शन है। यहां हम ऐसे टॉप 8 ऑप्शन लेकर आए हैं, जिन्हे मेडिकल फील्ड में काफी बेहर माना जाता है।
1. बेचलर ऑफ मेडिकल लैब तकनीशियन (बीएमएलटी)
मेडिकल फील्ड में यह एक स्नातक डिग्री है। इसे छात्रों के बीच काफी पसंद किया जाता है। इस कोर्स में रक्त पर किए गए संपूर्ण प्रयोगशाला अभ्यास, प्रयोगशाला उपकरण ए, कंप्यूटर के ऊतक निर्माण, सूक्ष्मदर्शी आदि शामिल हैं। इस कोर्स की अवधि 3 वर्ष होती है।
2. बेचलर ऑफ आयुर्वेदिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएएमएस)
बीएएमएस कोर्स के दौरान छात्रों को मुख्य तौर पर प्राकृतिक जड़ी-बूटियों को दवा के रूप में उपयोग करने की जानकारी दी जाती है। यह एक तरह से चिकित्सा क्षेत्र की आयुर्वेदिक प्रणाली की डिग्री है। इस कोर्स की अवधि 5.5 वर्ष होती है, इसे पूरा करने वाले को आयुर्वेदिक डॉक्टर कहा जाता है।
3. बेचलर ऑफ होम्योपैथिक मेडिसिन एंड सर्जरी (बीएचएमएस)
होम्योपैथी वैकल्पिक दवाओं की एक खास प्रणाली है। बीएचएमएस कोर्स में किसी भी बीमारी को प्राकृतिक चिकित्सा शक्ति द्वारा ठीक करने की जानकारी दी जाती है। इस कोर्स की अवधि 5.5 वर्ष है। होम्योपैथी में ग्रेजुएशेन के बाद छात्र सरकारी क्षेत्र में डॉक्टर बनने के अलावा अपना क्लिनिक भी शुरू कर सकते हैं।
4. बेचलर ऑफ यूनानी मेडिसिन एंड सर्जरी (बीयूएमएस)
यह यूनानी चिकित्सा पद्धति का कोर्स है। इसमें छात्रों को यूनानी मेडिसिन, वर्कआउट, टर्की बॉथ और सर्जरी आदि के बारे में जानकारी दी जाती है। इस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है। कोर्स पूरा करने के बाद यूनानी पद्धति के डॉक्टर के तौर पर पहचान मिलती है।
5. बेचलर ऑफ डेंटल सर्जरी (बीडीएस)
डेंटल सर्जन मुख्य तौर पर दांतों की देखभाल करने के साथ दांतों व जबड़े की हड्डियों के विकार को सर्जरी के जरिए दूर करते हैं। इस कोर्स की अवधि भी 4 वर्ष है। कोर्स करने के बाद छात्र एक डेंटल सर्जन के तौर पर किसी भी हॉस्पिटल में कार्य करने के अलावा खुद का क्लिनिक शुरू कर सकते हैं।
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6. बेचलर ऑफ फार्मेसी (बी. फार्मा)
जिन छात्रों का रूझान दवाओं की तरफ है वे बी. फार्मा का कोर्स कर फार्मासिस्ट के तौर पर अपनी शानदार करियर बना सकते हैं। इस कोर्स की अवधि 4.5 वर्ष होती है। कोर्स पूरा कर किसी भी दवा कंपनी के साथ जुड़कर कार्य किया जा सकता है।
7. बेचलर ऑफ फिजियोथेरेपी (बीपीटी)
इस कोर्स में एक्सरसाइज और मशीनों की मदद से शारीरिक विकारों को दूर करने की जानकारी दी जाती है। पुरानी बीमारियों को दूर करने में इनकी मदद ली जाती है। बीपीटी का कोर्स 4.5 साल का होता है।
8. बेचलर ऑफ ऑक्यूपेशनल थेरेपी (बीओटी)
इस कोर्स के बाद स्टूडेंट्स को बीओटी कोर्स करने वाले अक्षम रोगियों का इलाज करते हैं। ये इन मरीजों को सुरक्षित रूप से और उचित तरीके से स्ट्रेच करने और एक्सरसाइज करने के लिए चिकित्सा सहायता प्रदान करते हैं। इस फील्ड में करियर बनाने के लिये 4.5 साल के इस कोर्स के साथ अच्छा कम्युनिकेशन स्किल भी जरूरी है।