- दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में फिलहाल स्कूल खुलने की अटकलों को नकारा है
- स्वतंत्रता दिवस पर उनके बयान से साफ हो गया है कि यहां जल्द ही स्कूल नहीं खुलने जा रहे हैं
- उन्होंने यह भी कहा कि छात्रों की सुरक्षा सर्वोपरि है और उन्हें भी अभिभावकों की तरह उनकी चिंता है
नई दिल्ली : देशभर में कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण के कारण लोग खौफजदा हैं। लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है, जिसके बाद स्कूलों को खोले जाने की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। अभिभावक इसे लेकर आशंकित हैं कि अगर मौजूदा परिस्थितियों में स्कूल खोला जाता है तो वे बच्चों को कैसे पढ़ने के लिए भेजेंगे। दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन आशंकाओं को दूर किया है।
'छात्रों की सुरक्षा सबसे पहले'
स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने साफ कर दिया कि यहां तब तक स्कूल नहीं खोले जाएंगे, जब तक कि सरकार यहां कोविड-19 के हालात में सुधार को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं हो जाती। सीएम शनिवार, 15 अगस्त को दिल्ली सचिवालय में आयोजित स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम में बोल रहे थे, जब उन्होंने जल्द स्कूल खोले जाने की चर्चाओं पर एक तरह से विराम लगा दिया। उन्होंने कहा कि छात्रों की सुरक्षा पहले है।
'हमें भी बच्चों की बराबर चिंता'
स्कूल खुलने को लेकर अभिभावकों की चिंताओं पर सीएम केजरीवाल ने कहा, 'आप सरकार के लिए स्कूली बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य बहुत महत्वपूर्ण है। मैं लोगों से मिलता हूं और लोग मुझे स्कूल नहीं खोलने के लिए कहते हैं। मैं उन्हें आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमें उनके बच्चों की उतनी ही चिंता है, जितनी चिंता वे करते हैं। पूरी तरह से आश्वस्त हुए बगैर हम स्कूल नहीं खोलेंगे।'
सीएम का यह आश्वासन दिल्ली में स्कूल खोले जाने को लेकर चिंतित अभिभावकों के लिए बड़ी राहत बनकर आया है, जो कई राज्यों द्वारा सितंबर से शैक्षणिक गतिविधियां शुरू किए जाने की इच्छा जता चुके हैं। देश में 1 सितंबर से अनलॉक का चौथा चरण लागू होने जा रहा है और कई राज्यों ने राय दी है कि शैक्षणिक गतिवधयां 5 सितंबर से शुरू की जा सकती हैं। हालांकि केंद्र सरकार ने साफ किया है कि इस संबंध में अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है और इसे लेकर किसी भी तरह की अटकलों पर भरोसा नहीं किया जाना चाहिए।