- कोरोना संक्रमण के कारण देशभर में स्कूल बंद हैं, इन्हें खोलने पर फिलहाल फैसला नहीं लिया गया है
- इस बीच पढ़ाई का तौर-तरीका भी बदल गया है और छात्रों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाया जा रहा है
- हालांकि दूरदराज के क्षेत्रों में खराब खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण उनकी परेशानियां बढ़ गई हैं
भुवनेश्वर : कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देशभर में पढ़ाई का तौर-तरीका बदल चुका है। छात्रों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए जहां अब तक स्कूल-कॉलेजों को नहीं खोलने का फैसला लिया गया है, वहीं ऑनलाइन पढ़ाई पर भी जोर दिया जा रहा है। लेकिन यह खासकर उन छात्रों के लिए मुश्किलभरा विकल्प है, जो दूर-दराज के इलाकों में रह रहे हैं और जहां इंटरनेट कनेक्टिविटी नहीं है। ओडिशा में छात्रों को कुछ इसी तरह की समस्या पेश आ रही है, जहां ऑनलाइन क्लास के लिए वे मीलों सफर करते हैं तो पहाड़ की ऊंचाइयों और पेड़ों तक पर चढ़ते हैं, ताकि नेटवर्क मिल जाए।
38 लाख बच्चे ऑनलाइ कक्षा से वंचित
राज्य के शिक्षा मंत्री समीर रंजन दास के मुताबिक, कोरोना संक्रमण के कारण स्कूल बंद होने की वजह से राज्य में 38 लाख बच्चे ऑनलाइन क्लास अटैंड करने से वंचित हैं, क्योंकि उनके इलाकों में मोबाइल नेटवर्क की उपलब्धता नहीं है। राज्य में फिलहाल 22 लाख बच्चे नई व्यवस्था के तहत इंटरनेट के जरिये शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं और इसमें भी उन्हें खराब नेटवर्क के कारण तमाम दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
दास के मुताबिक, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी बात की है और दूरदराज के क्षेत्रों में अच्छी इंटरनेट कनेक्टिविटी मुहैया कराने की मांग की है। वह 15 अगस्त को स्तवंत्रता दिवस के अवसर पर जाजपुर में आयोजिलत एक समारोह में बोल रहे थे, जब उन्होंने बताया कि नेटवर्क के लिए किस तरह छात्रों को पहाड़ों की ऊंचाइयों और पेड़ों तक पर चढ़ना पड़ता है, जबकि इसके लिए वे मीलों का सफर भी करते हैं, ताकि उस स्थान तक पहुंचा जा सके, जहां बेहतर इंटरनेट कनेक्टिविटी हो।
खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी बनी वजह
राज्य के रायगढ़ा, संबलपुर, देवगढ़, अंगुल सहित कई अन्य जिलों से खराब इंटरनेट कनेक्टिविटी के कारण छात्रों द्वारा तमाम तिकरम लगाने की रिपोर्ट्स सामने आई है। रायगढ़ा में जहां सरकारी स्कूल के छात्रों द्वारा मीलों सफर कर ऑनलाइन क्लास के लिए पहाड़ी पर चढ़ने की रिपोर्ट सामने आई थी, वहीं संबलपुर और देवगढ़ में कई छात्र ऊंचे वाटर टैंकों पर चढ़ गए, ताकि ऑनलाइन पढ़ाई कर सकें। वहीं, अंगुल और अन्य जिलों से छात्रों के पेड़ों पर चढ़कर ऑनलाइन पढ़ाई करने की रिपोर्ट सामने आई है।
यहां उल्लेखनीय है कि कोरोना वायरस संक्रमण के कारण देशभर में मार्च से ही स्कूल बंद हैं और फिलहाल इन्हें खोले जाने को लेकर कोई फैसला नहीं लिया गया है। बहुत से राज्यों में सरकारों ने ऑनलाइन पढ़ाई का फैसला किया है, जिसमें ओडिशा भी शामिल है।