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27 सितंबर से खुलेंगे हिमाचल प्रदेश के स्कूल, देखें कैबिनेट मीटिंग में क्या हुआ खास

Updated Sep 24, 2021 | 15:47 IST

Himachal Pradesh School Open News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने 27 सितंबर, 2021 से राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। इस संबंध में निर्णय आज हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया...

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27 सितंबर से खुलेंगे हिमाचल प्रदेश के स्कूल (i-stock)
मुख्य बातें
  • हिमाचल प्रदेश सरकार ने 27 सितंबर, 2021 से राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है।
  • इस संबंध में निर्णय आज हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शिमला में की।
  • कक्षा 10 और 12वीं के छात्रों को सोमवार, मंगलवार और बुधवार को स्कूल जाने की अनुमति है, जबकि 9वीं और 11वीं की कक्षाएं गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को खोली जाएंगी।

Himachal Pradesh School Open News: हिमाचल प्रदेश सरकार ने 27 सितंबर, 2021 से राज्य में स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है। इस संबंध में निर्णय आज हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने शिमला में की। बता दें, राज्य में पिछले काफी समय से स्कूल बंद चल रहे थे।

हिमाचल प्रदेश राज्य में कक्षा 9वीं और 12वीं तक के स्कूल खुलेंगे। कक्षा 10 और 12वीं के छात्रों को सोमवार, मंगलवार और बुधवार को स्कूल जाने की अनुमति है, जबकि 9वीं और 11वीं की कक्षाएं गुरुवार, शुक्रवार और शनिवार को खोली जाएंगी।

स्कूल रिओपन को लेकर काफी समय से चह रहा था विवाद

इस बात को लेकर अनिश्चितता चल रही थी कि कोविड 19 मामलों के बीच सरकार स्कूलों और कॉलेजों को फिर से कैसे खोलेगी। बहरहाल, आल की हुई कैबिनेट मीटिंग में इस बात को स्पष्ट कर दिया गया है।

फिलहाल, राज्य में सभी स्कूल 25 सितंबर, 2021 तक बंद हैं। मंडी जिले में कोविड-19 सकारात्मकता दर 8.5 प्रतिशत है, इसके बाद हमीरपुर में 4.4 प्रतिशत, कांगड़ा में 2.6 प्रतिशत और शिमला में 2.3 प्रतिशत है। महामारी की पहले की दो लहरों के दौरान ये जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हुए थे, जिनमें सबसे ज्यादा कोविड के मामले और मौतें दर्ज की गई थीं।

इससे पहले, खबर आई थी कि आवासीय स्कूल खुले रहेंगे, हालांकि आवासीय विद्यालयों को प्रोटोकॉल का पालन करना होगा जैसे कि सामाजिक दूरी बनाए रखना, मास्क पहनना, स्कूल भवनों को साफ करना। शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने एएनआई से कहा, "आवासीय स्कूलों के लिए, शिक्षा विभाग द्वारा विकसित एसओपी का पालन सीओवीआईडी ​​-19 को रोकने के लिए किया जाएगा।"

मीटिंग में और क्या हुआ खास

कैबिनेट में फैसना लिया गया कि अब जेबीटी और सीएंडवी शिक्षकों को अपने होमटाउन में ट्रांसफर करवाने के लिए पांच साल का ही इंतजार करना होगा। इन पांच साल की अवधि में अनुबंध के समय को शामिल किया जाएगा। इससे पहले तक शिक्षकों को 13 साल की सेवा पूरी करने के बाद ही होमटाउन में ट्रांसफर करवाने की फैसिलिटी मिल सकती थी।