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MPPSC Prelims 2020: एमपीपीएससी प्रीलिम्‍स का रिजल्‍ट हुआ जारी, इस डायरेक्‍ट लिंक से करें चेक, साथ में देखें कट ऑफ

Updated Jan 16, 2022 | 11:26 IST

MPPSC Prelims 2020 result: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से राज्य सेवा और राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा प्रीलिम्स 2020 का रिजल्‍ट जारी कर दिया गया है। इसे आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर चेक किया जा सकता है।

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MPPSC Prelims 2020 result
मुख्य बातें
  • रोल नंबरों की जारी की गई सूची
  • 25 जुलाई 2021 को हुआ था पेपर
  • दो स्‍लॉट में आयोजित हुई थी परीक्षा

MPPSC Prelims 2020 result: मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग यानि एमपीपीएससी ने राज्य सेवा और राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा प्रीलिम्स 2020 का परिणाम घोषित कर दिया है। इसे आयोग की आधिकारिक वेबसाइट से चेक किया जा सकता है। MPPSC ने अगले राउंड या मेन्स परीक्षा के लिए योग्य रोल नंबरों की एक सूची जारी की है। जिसके तहत राज्य सेवा में कुल 7711 अभ्यर्थी और राज्य वन सेवा में 3129 अभ्यर्थी क्वालीफाई हुए हैं। 

MPPSC प्रीलिम्स 2020 परीक्षा का आयोजन 25 जुलाई, 2021 को आयोजित किया गया था। राज्य सेवा और राज्य वन सेवा दोनों में भर्ती के लिए दो स्लॉट में परीक्षा आयोजित की गई थी। आयोग ने योग्य रोल नंबरों की सूची के साथ-साथ कट ऑफ अंक भी जारी किए हैं।

रिजल्‍ट चेक करने की प्रक्रिया 

  • एमपीपीएससी प्रीलिम्स 2020 के नतीजे देखने के लिए उम्मीदवारों को मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग की आधिकारिक वेबसाइट mppsc.nic.in पर जाना होगा।
  • होमपेज पर, 'परिणाम - राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020' या 'परिणाम - राज्य वन सेवा प्रारंभिक परीक्षा 2020' पढ़ने वाले लिंक पर क्लिक करें।
  • पीडीएफ फाइल के साथ एक नया पेज खुलेगा।
  • शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों की सूची में अपना रोल नंबर खोजने के लिए इसके माध्यम से स्क्रॉल करें।
  • यदि आवश्यक हो तो आप एक प्रति प्रिंट भी कर सकते हैं।

कैटेगरी वाइस देखें कट ऑफ 
जिन उम्मीदवारों ने न्यूनतम कट ऑफ क्वालिफाई किया है वे अब मुख्य परीक्षा यानि मेन्‍स एग्‍जाम में बैठने के पात्र हैं। प्रिलिम्‍स में क्‍वालिफाई करने के लिए न्‍यूनतम योग्‍यता अंक हासिल करना जरूरी है। नीचे कैटेगरी वाइज कट ऑफ चेक कर सकते हैं।

राज्य सेवा प्रारंभिक परीक्षा में अनारक्षित श्रेणी के लिए 262 
अनुसूचित जाति के लिए 248 
अनुसूचित जनजाति के लिए 242 
अन्‍य पिछडा वर्ग के लिए 254 
आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए 254 है।