लाइव टीवी

Exclusive Interview: आज से खुले दिल्ली के स्कूल, मनीष सिसोदिया से खास बातचीत

पुलकित नागर | SPECIAL CORRESPONDENT
Updated Sep 01, 2021 | 12:23 IST

Delhi School Reopen: दिल्ली में आज से कक्षा 9 से 12 तक के लिए स्कूल खुल गए हैं। इस संबंध में दिल्‍ली के उपमुख्‍यमंंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया से टाइम्स नाउ नवभारत ने खास बातचीत की। पढिये बातचीत के अंश-

Loading ...
मुख्य बातें
  • दिल्ली में आज से कक्षा 9 से 12 तक के लिए स्कूल खुल गए हैं
  • बच्चों को स्कूल भेजना यह पूरी तरह से अभिभावकों और टीचर के ऊपर निर्भर है- सिसोदिया
  • कोरोना के मामले बढ़ने पर फिर से बंद किए जा सकते हैं स्कूल

नई दिल्ली: स्कूल और टीचर तैयार हैं, दूसरी तरफ कोविड 19 को ध्यान में रखकर पूरे प्रोटोकॉल के साथ स्कूल खोल दिए गए हैं, लेकिन आज जब सुबह सुबह स्कूल खोलने की बारी आई, तो बारिश ने खलल डाला। बता दें, पिछले डेढ़ साल से बच्चे स्कूल में नहीं आए हैं ऐसे में बच्चों में उत्साह बहुत था, साथ ही टीचर भी उत्साहित हैं कि अब स्कूल खुल गये हैं। 

देश में कोरोना के मामले फिर से बढ़ने को लेकर कुछ चिंता?

टाइम्स नाउ नवभारत के साथ बातचीत में दिल्‍ली के उपमुख्‍यमंंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि कोरोना मामलों को लेकर चिंता इसलिए नहीं है क्योंकि यदि कुछ भी ऊंच नीच होता है, तो स्कूल फिर से बंद कर दिए जाएंगे। ऐसा नहीं है कि स्कूल अब खुल गये हैं, तो उन्हें वापस से बंद करने में समय लगेगा। यदि स्थिति नियंत्रण से बाहर हुई तो स्कूल बंद करने में एक दिन का समय लगेगा। अगर कहीं से भी इस तरह की बात आती है कि पूरे देश में मामले बढ़ते हैं, स्कूल बंद किए जा सकते हैं। स्कूल खोलने के लिए तैयारी चाहिए थी, लेकिन बंद करना तो एक आदेश पर हो सकता है।

बहुत सारे ऐसे स्कूल हैं जिन्होंने स्कूल नहीं खोलने का फैसला किया?

मनीष सिसोदिया ने कहा कि हमारी तरफ से ये जरूरी नहीं है कि स्कूल खोले ही जाएं। बच्चों को स्कूल भेजना यह पूरी तरह से अभिभावकों और टीचर के ऊपर निर्भर है। जनता से सुझाव मांगा गया था जिसमें 70 प्रतिशत लोगों ने बोला की स्कूल खोल दिए जाने चाहिए।

बाकी क्लास कब तक खुलेंगी? 

एक्सपर्ट का कहना है कि जितना छोटा बच्चा है उतना कम रिस्क है। कुछ एक्सपर्ट से मेरी बात हुई उन्होंने कहा कि आप प्रयोग के लिए ही सही कुछ प्राइमरी स्कूल खोलना शुरू करिये, लेकिन अभी ऐसा नहीं करेंगे। इस बारे में अब डीडीएमए की अगली बैठक में फैसला लेंगे।

अगर स्कूल में कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं होता है तो क्या होगा?

कोरोना प्रोटोकॉल सबकी सुरक्षा के लिए है। अगर उसके बाद भी कोई स्कूल नहीं मानेगा तो ऐक्शन भी लिया जा सकता है। डरें नहीं, दिल्ली में कोरोना के मामले बहुत नहीं आ रहे हैं। जिंदगी रुक नहीं सकती है और अब हम बच्चों की पढ़ाई पर इतना समझौता नहीं कर सकते, अगर स्कूल नहीं खोले गए तो इस पीढ़ी को ब्रॉड होने का पर्याप्त मौका नहीं मिलेगा।

क्या बच्चे स्कूल आना शुरू करेंगे? 

हां, मुझे लगता है कि बच्चे स्कूल आएंगे।