- केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने टाइम्स नाउ को दिया विशेष साक्षात्कार
- निशंक ने इस इंटरव्यू में छात्रों के हितों से जुड़े कई मुद्दों को लेकर बातचीत की
- शिक्षा मंत्री ने बताया कैसी होगी परीक्षा और किस तरह के होंगे नए नियम
नई दिल्ली: कोरोना के बढ़ते प्रभाव के कारण अभी स्कूल और कॉलेजों का संचालन नहीं पा रहा है। फिलहाल कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए अभी भी इनके खुलने को लेकर अनिश्चिता बनी हुई है। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने इस बारे में टाइम्स नाउ को दिए गए विशेष साक्षात्कार के दौरान बताया कि देश भर में बंद पड़े शैक्षणिक संस्थान कब खुलेंगे और इसके लिए किस तरह की गाइडलाइंस होंगी।
शिक्षा मंत्री ने सीबीएसई बोर्ड परीक्षा, विश्वविद्यालय अंतिम वर्ष की परीक्षाओं, स्कूलों को फिर से खोलने, NEET, JEE के लिए सरकारों की योजना आदि से संबंधित बुनियादी मुद्दों जवाब दिए। टाइम्स नाउ की वरिष्ठ संपादक मेघा प्रसाद को दिए गए एक विशेष साक्षात्कार के दौरान निशंक ने बताया कि सरकार कैसे एग्जाम्स और स्कूलों को लेकर तैयारी कर रही है। तो आईए उन महत्वपूर्ण सवाल जवाबों को जानते हैं जो निशंक ने साझा किए-
- गृह केंद्रों पर बोर्ड परीक्षा: शिक्षा मंत्री ने बताया कि चूंकि सीबीएसई बोर्ड के केंद्रों तक पहुंचने में छात्रों को समस्या आ सकती है क्योंकि अधिकांश छात्र अपने घर चले गए हैं। इसलिए छात्र जहां पर वह अपने स्थान के बारे में अपने स्कूलों को सूचित कर सकते हैं। इसके बाद उन्हें उनके गृह जनपद में परीक्षा देने के इंतजाम किए जाएगे। इस प्रकार एक बच्चे को इस तनाव भरे माहौल में यात्रा नहीं करनी होगी और उन केंद्रों तक पहुंचना होगा जो जुलाई में होने वाले बोर्डों के लिए उनके निकटतम हैं।
- जुलाई में परीक्षा देने वाले छात्रों की सुरक्षा: यह पूछे जाने पर कि क्या जुलाई में परीक्षा आयोजित करना सुरक्षित होगा क्योंकि कोरोना संकट इस समय अपने पीक (सर्वोच्च) पर होगा? सवाल का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि सरकार हालात देखेगी, निरीक्षण करेगी और फिर परीक्षा आयोजित करेगी, अब 1 जुलाई से बोर्ड की तारीखें तय की गई हैं, जो आयोजित की जाएंगी। शिक्षा मंत्रालय, एमएचए और स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन करेगा। ये भी पढ़ें: Uttarakhand Board Exam 2020: उत्तराखंड में लंबित बोर्ड परीक्षाओं की तारीख घोषित, जुलाई में आ सकता है रिजल्ट
- NCERT, UGC टास्कफोर्स: शिक्षा मंत्री ने कहा कि चूंकि भारत में छात्र आबादी 33 करोड़ से अधिक है, इसलिए UGC और NCERT टास्क फोर्स बहुत मददगार है। शिक्षा को ऑनलाइन मोड में शिफ्ट करना ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने में बहुत उपयोगी है। उन्होंने दीक्षा, ई पाठशाला, स्वयम, आदि के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी जो इसके लिए एक सहायक मंच हैं।
- स्कूल को फिर से खोलना: शिक्षा मंत्री से स्कूल को फिर से खोलने को लेकर उनकी की सुरक्षा और सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट है कि अभिभावक अपने बच्चों के बारे में चिंतित होंगे, लेकिन छात्रों के लिए भी यह महत्वपूर्ण होगा कि वे सुरक्षित रहें और अध्ययन करें। उन्होंने कहा कि सरकार सरकार के लिए भी यह जरूरी है। मंत्री ने कहा कि वह राज्य के शिक्षा मंत्रियों के साथ नियमित रूप से बातचीत कर रहे हैं। राज्यों के स्कूलों को गृह मंत्रालय द्वारा जारी किए गए सभी दिशानिर्देशों का पालन करना होगा। ये भी पढ़ें: UP B.Ed JEE 2020: परीक्षा की नई तारीखों का ऐलान जल्द, परीक्षा केंद्र बदलने की विंडो lkouniv.ac.in पर खुली
- प्रवेश परीक्षा में देरी: शिक्षा मंत्री से जब पूछा गया कि छात्रों पर अपनी प्रवेश परीक्षा में देरी होने से बहुत दबाव है? तो मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने की पूरी कोशिश कर रही है कि छात्र महामारी के कारण अपना एक साल खराब ना करें। इस प्रकार हमने निर्णय़ लिया है कि सोशल डिस्टेंसिंग के सभी नियमों को कायम करते हुए केंद्रों पर प्रवेश परीक्षा कराए जाएह। हालांकि छात्रों की संख्या अधिक है, फिर भी अधिकारी ऐसी समस्याओं से निपटने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं।
सभी प्रतियोगी परीक्षाओं, परिणामों, सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों और छात्रों द्वारा ऑनलाइन कक्षाओं को लेकर आने वाली दिक्कतों को लेकर शिक्षा म्री ने विस्तार में जो भी कहा है उसे आप दिए गए वीडियो में देख सकते हैं।