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नवजोत सिंह सिद्धू बोले- परचा माफिया है बिक्रम सिंह मजीठिया, कांग्रेस को कोई हरा नहीं सकता, खुद को कांग्रेस ही हरा सकती है

Updated Jan 30, 2022 | 16:16 IST

पंजाब विधानसभा चुनाव 20 फरवरी को है। इससे पहले नवजोत सिंह सिद्धू और विक्रम सिंह मजीठिया में जमकर जुबानी जंग हो रही है। सिद्धू ने मीजिठिया को परचा माफिया तक कह डाला।

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बिक्रम सिंह मजीठिया पर नवजोत सिंह सिद्धू का निशाना

पंजाब कांग्रेस में गुटबाजी पर प्रदेश अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा कि कांग्रेस को कोई हरा नहीं सकता। खुद को कांग्रेस ही हरा सकती है। साथ ही उन्होंने कहा कि वह (बिक्रम सिंह मजीठिया) 'परचा माफिया' है। उन्होंने कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया है। मैंने किसी के खिलाफ एक भी मामला दर्ज नहीं कराया है। सभी जानते हैं कि कांग्रेस एक मजबूत और सुरक्षित सरकार देगी। हम नया पंजाब बनाएंगे।

पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू ने शनिवार को अमृतसर पूर्व सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। सिद्धू ने शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के नेता बिक्रम सिंह मजीठिया को सिर्फ अमृतसर पूर्व सीट से चुनाव लड़ने और मजीठा विधानसभा क्षेत्र छोड़ने की चुनौती दी। बिक्रम सिंह मजीठिया, मजीठा सीट के साथ-साथ अमृतसर पूर्व सीट से भी चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से सिद्धू फिर से चुनाव मैदान में हैं।

अमृतसर पूर्व से अपना नामांकन पत्र दाखिल करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सिद्धू ने कहा था कि अगर आप (मजीठिया) में इतनी कुव्वत है, और लोगों पर विश्वास है तो मजीठा को छोड़ कर केवल यहां एक सीट से चुनाव लड़ें। क्या आप में हिम्मत है?

पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह की यह टिप्पणी कि वह सिद्धू को जीतने नहीं देंगे पर पंजाब कांग्रेस प्रमुख ने उन्हें (अमरिंदर को) पटियाला छोड़ने और अमृतसर पूर्व सीट से चुनाव लड़ने की चुनौती दी। सिद्धू ने कहा कि अमृतसर आइए।

अमरिंदर ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किये जाने और बाद में कांग्रेस छोड़ने के बाद पंजाब लोक कांग्रेस नाम से अपनी नयी पार्टी का गठन किया और विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के साथ गठजोड़ किया है। वह पटियाला शहर सीट से चुनाव लड़ेंगे।

मजीठिया के दो सीट से चुनाव लड़ने पर सिद्धू ने कहा कि वे (शिअद) केवल लूट का खेल खेलने आए हैं। लेकिन इस 'धर्म युद्ध' में वे सफल नहीं होंगे क्योंकि जहां धर्म है वहां जीत है। शिअद पर पंजाब को लूटने का आरोप लगाते हुए सिद्धू ने कहा कि यतो धर्मस्ततो जयः (जहां धर्म है वहां जीत है)।

सिद्धू ने 30 साल से भी पहले दिवंगत हो गई अपनी मां का जिक्र किये जाने को लेकर राजनीतिक विरोधियों पर भी प्रहार किया। उन्होंने अपने राजनीतिक विरोधियों पर गंदी राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वे इतने नीचे गिर गये हैं कि राजनीति करने के लिए मेरी मां का भी जिक्र कर दिया। मैं उनसे आरोप को साबित करने को कहता हूं।

उल्लेखनीय है कि सिद्धू की बड़ी बहन होने का दावा करने वाली सुमन तूर ने एक दिन पहले पंजाब कांग्रेस प्रमुख के खिलाफ कई आरोप लगाये थे, जिनमें यह आरोप भी शामिल था कि सिद्धू ने 1986 में उनके पिता का निधन हो जाने के बाद मां को अकेले छोड़ दिया था।