नई दिल्ली: वाराणसी के डीएम कौशल राज शर्मा ने एडीएम आपूर्ति नलिनी कांत सिंह को निर्वाचन कार्यों से हटा दिया है गौर हो कि वाराणसी में मंगलवार शाम को ईवीएम मशीनों को लेकर बवाल मचा था और अखिलेश यादव ने कहा था कि वाराणसी में ईवीएम बिना सिक्योरिटी की जा रही है। यहां ईवीएम में गड़बड़ी हुई है, ईवीएम के तीन बक्से पकड़े गए। अखिलेश ने कहा कि बीजेपी वोटों की चोरी कर रही है और वाराणसी के डीएम स्थानीय उम्मीदवारों को कोई जानकारी दिए बिना ईवीएम ले जा रहे हैं चुनाव आयोग को इस पर गौर करना चाहिए। चुनाव अधिकारियों पर भरोसा नहीं रह गया है।
वहीं इस विवाद पर बुधवार को विराम लग गया जब इस मामले में एडीएम आपूर्ति नलिनी कांत सिंह को निर्वाचन कार्यों से अवमुक्त कर दिया गया है। नलिनी कांत सिंह को ईवीएम का नोडल प्रभारी बनाया गया था।
नलिनी कांत सिंह की जगह अपर जिलाधिकारी संजय कुमार को नया ईवीएम नोडल अधिकारी बनाया गया है, गौर हो कि समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने दावा किया कि सपा चुनाव जीत रही है इससे बीजेपी डरी हुई है। चुनाव आयोग के अधिकारी ईवीएम से छेड़छाड़ कर रहे हैं। अगर ईवीएम को इस तरह से ले जाया जा रहा है तो हमें सतर्क रहने की जरूरत है। यह चोरी है। हमें अपने वोट बचाने की जरुरत है। हम इसके खिलाफ अदालत जा सकते हैं लेकिन इससे पहले, मैं लोगों से लोकतंत्र को बचाने की अपील करना चाहता हूं।
''अधिकारी वही भाषा बोलेंगे जो सरकार बोलने के लिए कहेगी''
अखिलेश यादव ने युवाओं से अपील की कि लोकतंत्र को बचाने के लिए आगे आएं। काउंटिंग तक ईवीएम को बचाएं। लखनऊ के अधिकारियों को फोन किए जा रहे हैं। जहां बीजेपी को हार का डर है। वहां धीरे-धीरे गिनती के लिए कहा गया है। ये लोकतंत्र का आखिरी चुनाव है। अधिकारी वही भाषा बोलेंगे जो सरकार बोलने के लिए कहेगी। गौर हो कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने वाराणसी पहाड़िया मंडी क्षेत्र में एक ईवीएम स्ट्रांग रूम के बाहर धरना दिया था।