AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर टाइम्स नाउ नवभारत से खास बातचीत की है। टाइम्स नाउ नवभारत की एडिटर इन चीफ नाविका कुमार ने यूपी की चुनावी राजनीति को लेकर उनसे कई सवाल किए। ओवैसी ने कहा कि धर्म संसद में अनाप-शनाप बातें कही गईं। हेट स्पीच देने वालों को गिरफ्तार किया जाना चाहिए। हेट स्पीच ही जीनोसाइड का आधार बनता है। तौकीर रजा के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस पर कांग्रेस जवाब दे। अगर तौकीर रजा ने हेट स्पीच दी है तो योगी आदित्यनाथ उन्हें गिरफ्तार करें।
ओवैसी ने बताया कि हमारी पार्टी यूपी में 100 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है। अखिलेश पर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं पता अखिलेश कितने सफल होंगे या फिर नाकाम होंगे। मेरा मानना है कि अखिलेश यादव के पास कोरोना की दूसरी लहर में सुनहरा मौका था, जब उत्तर प्रदेश की जनता यतीम और लाचार महसूस कर रही थी, एक मौका वो खो दिए। 4.5 साल मंत्री रहे लोगों को ले रहे हैं उसके बावजूद वो कह रहे हैं। अतीक अहमद के सवाल पर ओवैसी ने कहा कि अतीक जी और उनका परिवार हमारे साथ है, कोर्ट में कोई आरोप उन पर अभी सिद्ध नहीं हुए हैं, टेनी जब भारत के लॉ एंड ऑर्डर के मंत्री रह सकते हैं, उन्हीं की गाड़ी से उनका बेटा 4 किसानों की जान ले सकता है, और वो तब भी मंत्री रह सकते हैं, बीजेपी के जो 100 विधायक हैं उन पर भी कई आरोप हैं, अतीक अहमद के घर पर तो बुलडोजर लगा दिया आपने, लेकिन क्या टैनी के घर पर योगी आदित्यनाथ बुलडोजर चलाए, क्योंकि वो ब्राह्मण समाज के हैं।
अखिलेश यादव पर बरसे ओवैसी
ओवैसी ने कहा कि कांग्रेस और बीजेपी को छोड़कर हम किसी दूसरी पार्टी से गठबंधन के लिए तैयार थे, हम समाजवादी पार्टी से गठबंधन के लिए बेकरार नहीं थे। 2019 चुनाव के आंकड़े ये कहते हैं 75% मुसलमानों ने सपा-बीएसपी को वोट दिया। 2017 के आंकड़े कहते हैं कि सबसे ज्यादा मुस्लिम वोट अखिलेश यादव को मिले। 2012 के आंकड़े कहते हैं सबसे ज्यादा मुस्लिम वोट समाजवादी पार्टी को मिले, लेकिन समाजवादी पार्टी ने मुसलमानों को भिखारी बना दिया, मुजफ्फरनगर दंगों में 50 हजार मुसलमान बेघर हो गए। इमरान मसूद को टिकट देने का वादा किया और उसे कहीं का नहीं छोड़ा, जुबान से मुकर गए अखिलेश, इमरान मसूद को जलील किया। ये यूपी के मुसलमानों को देखना है, घर बुलाकर धोखा दिया तो कौन आप पर भरोसा करेगा।