- 13 अगस्त को हॉट स्टार पर रिलीज होनी है भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया
- इस फिल्म में अजय देवगन निभाएंगे स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक का रोल
- जबरदस्त एक्शन सीन्स से भरी है अजय देवगन की ये नई फिल्म
Bhuj The Pride of India Action Scenes: सुपरस्टार अजय देवगन की बहुप्रतीक्षित फिल्म भुज: प्राइड ऑफ इंडिया इन दिनों चर्चा में है। इस फिल्म का ट्रेलर हाल ही में रिलीज हुआ है और ट्रेलर को जबरदस्त रेस्पांस मिला है। अजय देवगन के साथ इस फिल्म में नोरा फतेही, सोनाक्षी सिन्हा, संजय दत्त नजर आ रहे हैं। यह फिल्म भारतीय वायुसेना के ऑपरेशन पर आधारित है और इसके लिए जबरदस्त एक्शन सीन्स फिल्माए गए हैं। इस फिल्म के एक्शन सीन फिल्माने के लिए मेकर्स ने मोटा बजट खर्च किया गया।
कहा जा रहा है कि एक्शन सीन्स पर एक एक दिन के लिए 50 लाख रुपये तक खर्च भी किया गया। दैनिक भास्कर की रिपोर्ट इस बात का दावा करती है कि भुज में बड़े पैमाने पर एक्शन सीन शूट किए गए हैं। रिपोर्ट की मानें तो बेहद रोमांचक तरीके से इन सीन्स का इस्तेमाल किया गया। एक ब्रिज तोड़ने वाले सीन के लिए 60 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल किया गया तो दूसरे सीन के लिए 100 किलो सूखी मिर्च का इस्तेमाल हुआ। इस फिल्म की 100 दिनों तक शूटिंग हुई। दर्शक फिल्म रिलीज होने पर जब इन सीन्स को देखेंगे तो दांतों तले ऊंगली दबा लेंगे।
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112 करोड़ में बिकी है फिल्म
बता दें कि फिल्म का बजट अगर भारी भरकम है तो इस फिल्म ने कमाई भी अच्छी खासी की है। फअजय देवगन की फिल्म 'भुज: द प्राइड ऑफ इंडिया' को ओटीटी प्लेटफॉर्म ने 112 करोड़ रुपए में खरीदा है। 'भुज' ने अक्षय कुमार की 'लक्ष्मी बॉम्ब' को जबरदस्त टक्कर दी है। 'लक्ष्मी बॉम्ब' 125 करोड़ी में बिकी थी। भुज 13 अगस्त को ओटीटी प्लेटफॉर्म डिजनी प्लस हॉट स्टार पर रिलीज हो रही है। फिल्म में अजय देवगन वायुसेना के ऑफिसर स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक का किरदार निभाने जा रहे हैं।
असल जिंदगी से प्रेरित है किरदार
स्क्वाड्रन लीडर विजय कार्णिक का साल 1971 में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध में अहम रोल था। इस युद्ध में पाकिस्तान ने भुज के रुद्र माता एयरफोर्स बेस पर 14 दिन में 35 बार हमला बोला था। इम हमले में पाकिस्तान वायुसेना ने 92 बमों और 22 रॉकेट्स दागे थे। इन हमलों से एयरफोर्स बेस तबाह हो गया था। इस एयरबेस के कमांडर स्क्वाड्रन लीडर विजय कुमार कार्णिक थे। विजय ने भुज के गांव की 300 महिलाओं के साथ मिलकर एयरस्ट्रिप की मरम्मत की थी ताकि इंडियन आर्मी को लेकर आ रही फ्लाइट को लैंडिंग कराई जाए। इसे भारत का पर्ल हार्बर मूमेंट भी कहा जाता है।