- 1990 में आई फिल्म आशिकी में अनु ने निभाया था लीड रोल
- इस फिल्म को हासिल हुई थी जबरदस्त सफलता
- महेश भट्ट के निर्देशन में बनी इस फिल्म में राहुल रॉय भी थे
Aashiqui fame Anu Aggarwal on Nepotism: बॉलीवुड एक्टर सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद फिल्म जगत में नेपोटिज्म यानि भाई भतीजावाद पर बहस छिड़ गई है। सिनेमा प्रेमियों के साथ साथ बॉलीवुड के कई सितारों ने नेपोटिज्म के खिलाफ खुलकर अवाज उठाई है। इस विषय पर खुलकर बोलने वालों में अब फिल्म आशिकी में लीड रोल निभाने वाली अदाकारा अनु अग्रवाल का नाम भी शामिल हो गया है। अनु ने साल 1990 में आई महेश भट्ट की हिट फिल्म आशिकी में जबरदस्त अभिनय किया था
इस फिल्म में अनु अग्रवाल बॉलीवुड एक्टर राहुल रॉय के साथ नजर आई थीं। 1988 में टीवी सीरीज 'इसी बहाने' से पर्दे पर कदम रखने वाली अनु की यह डेब्यू फिल्म थी। जिस फिल्म की कहानी, गाने और अदाकारी ने दर्शकों का दिल जीता, उस फिल्म की अदाकारी को सिनेमा जगत ने काम नहीं दिया। आशिकी के बाद अनु चंद फिल्मों में नजर आईं। अब इसकी वजह खुद अनु बता रही हैं। सुशांत सिंह राजपूत के निधन के बाद वह आवाज उठाने की हिम्मत कर पाईं।
हालात में उलझ गईं अनु
नेपोटिज्म और माफिया राज पर बात करते हुए अनु अग्रवाल ने बॉलीवुड की कड़वी सच्चाइयों, अवार्ड समारोह के भेदभाव, बॉलीवुड में बाहरी होने के नुकसान पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा है कि कामयाबी के बाद लोगों का व्यवहार बुरा होना शुरू हुआ। लोग मेरे से जलने लगे। इसके बाद जो हालात पैदा हुए उनमें मैं फंस गई। उन्होंने कहा कि मैं आउटसाइडर थी इसलिए सुशांत से कनेक्ट कर पा रही हूं। मुझे भी हमेशा बाहरी की तरह ही ट्रीट करते।
साथ खड़े लोग बदले में कुछ चाहते थे
अनु अग्रवाल ने नेपोटिज्म के बहाने बॉलीवुड का काला चेहरा उजागर किया। उन्होंने आरोप लगा कि उस समय जो लोग उनके साथ खड़े होते वह बदले में कुछ चाहते थे जिसके लिए वह तैयार नहीं हुईं। उन्होंने कहा कि उनके साथ अवॉर्ड समारोह में भी भेदभाव हुआ। उन्हें लीड कैटेगरी से हटाकर सपोर्टिंग कैटेगरी में डाल दिया गया था। ज्यूरी ने मेरा नाम देखकर पूछा 'ये कौन है, इसके माता पिता कौन हैं, पता नहीं कहां की लड़की है' और फिर उन्होंने मेरा नाम हटा दिया।