- छोटी उम्र में ही तेजी से परवान चढ़ा था एक्ट्रेस रिया सेन का करियर
- 'बोल्ड एंड सेक्सी' का टैग मिलने से आई परेशानियों पर एक्ट्रेस ने खुलकर की बात
- इंटरव्यू में बोलीं- हर फिल्म में लोग करते थे कामुक दिखने की उम्मीद
मुंबई: एक समय था जब रिया सेन लगातार एक के बाद एक कई फिल्मों में नजर आती थीं। उन्होंने बहुत कम उम्र में फिल्म जगत में कदम रख दिया था। हालांकि, रिया ने अब बी-टाउन से विदाई ले ली है, जिसके पीछे की वजह काफी हैरान करने वाली है। पीटीआई के साथ एक इंटरव्यू में रिया सेन ने खुलासा किया कि कैसे लोगों की ओर से उन्हें 16 साल की उम्र में मिले 'सेक्सी' और 'बोल्ड' के टैग ने उन्हें परेशान कर दिया।
एक्ट्रेस ने खुलासा किया कि शुरुआती दिनों में सफलता से वह खुश थीं लेकिन समय के साथ ग्लैमरस रोल करने में वह असहज महसूस करने लगीं और समझ आया कि कैसे लोग उनसे हर फिल्म में कामुक दिखने की उम्मीद कर रहे हैं।
'बोल्ड' और 'सेक्सी' का टैग मिलने से बढ़ा दबाव:
रिया ने इस बारे में बात करते हुए कहा, 'कुछ हिट फिल्मों के बाद मुझे इस बात का अहसास हुआ कि फिल्मों में जो रोल मैं निभा रही थी वह मेरे लिए काम नहीं कर रहे थे। शायद लोगों ने सोचा था कि मैं एक बुरी अभिनेत्री हूं और मैं इसके लिए उन्हें दोषी नहीं ठहराती। जब मैंने शुरुआत में बहुत सारी बॉलीवुड फिल्में कीं, तो इसमें सेक्सी दिखने, कपड़े पहनने और मेकअप के बारे में ही ध्यान दिया गया।'
उन्होंने कहा, 'उन टैग्स (सेक्सी, बोल्ड) को पाना भयानक अनुभव था। जब मैं स्कूल में थी तब मुझे 'सेक्सी' का टैग मिल गया। निश्चित तौर पर हमेशा वैसा दिखने के दबाव ने मुझे परेशान किया।'
रिया ने आगे बोलते हुए कहा, 'जब मैं बाहर गई, तब भी लोगों की यही धारणा थी क्योंकि उन्हें लगता है कि आप स्क्रीन पर जैसे हैं, वास्तविक जीवन में भी आप वही हैं। हर कोई ग्लैमरस होना चाहता है, इसमें कोई संदेह नहीं है लेकिन इस पर बहुत ज्यादा ध्यान दिए जाने से कई परेशानियां होती हैं।'
जब स्क्रीन पर खुद को देखा...
आगे एक अनुभव के बारे में बात करते हुए एक्ट्रेस ने कहा, 'मैंने मिनी स्कर्ट पहने हुए एक किरदार किया और जब खुद को स्क्रीन पर देखा तो यकीन नहीं हुआ कि ये मैं हूं। हर समय बालों को कर्ल करना, एक जैसा दिखना, इससे परेशानी हुई और इसके बाद मैंने बॉलीवुड फिल्मों में काम करना बंद कर दिया।'
बॉलीवुड से दूरी बनाते हुए रिया ने जल्द ही बंगाली सिनेमा पर अपना ध्यान केंद्रित कर लिया और वह कुछ सराहनीय फिल्में जैसे- जैतीश्वर, हीरो 420 और नौकाडूबी जैसी फिल्मों का हिस्सा बनीं।