- आज वही दिन जब 38 साल पहले अमिताभ बच्चन बुरी तरह घायल हो गए थे।
- 26 जुलाई 1982 में अमिताभ के साथ फिल्म कुली के सेट पर एक खतरनाक हादसा हुआ था।
- घायल हुए अमिताभ बच्चन के पेट की झिल्ली और छोटी आंत फट गई थी।
कोरोना वायरस से पीड़ित अमिताभ बच्चन का नानावती अस्पताल में इलाज चल रहा है। अमिताभ के बेटे अभिषेक बच्चन, बहू ऐश्वर्या राय बच्चन और पोती आराध्या बच्चन भी अस्पताल में एडमिट हैं। फैन्स लगातार बच्चन परिवार के लिए दुआएं मांग रहे हैं। हालांकि अभी अमिताभ बच्चन के स्वास्थ्य को लेकर कोई ऑफिशियल जानकारी सामने नहीं है। वैसे आज वही दिन जब 38 साल पहले अमिताभ बच्चन बुरी तरह घायल हो गए थे और उन्हें दोबारा जीवनदान मिला था।
26 जुलाई 1982 में अमिताभ बच्चन के साथ फिल्म कुली के सेट पर एक खतरनाक हादसा हुआ था। पुनीत इस्सर के साथ एक एक्शन सीन शूट करते वक्त अमिताभ बच्चन इतनी बुरी तरह से घायल हुए थे कि उनके पेट की झिल्ली और छोटी आंत फट गई थी। ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में लगभग 8 घंटों तक अमिताभ बच्चन का ऑपरेशन और फिर बहुत लंबा इलाज चला था। अमिताभ बच्चन की हालत उस वक्त काफी नाजुक बनी हुई थी। अस्पताल के बाहर हजारों की संख्या में फैन्स की भीड़ लगातार दुआएं करती उमड़ी रहती थी। पूरा देश जहां बिग बी के लिए प्रार्थनाएं कर रहा था तो वहीं जया बच्चन खुद सिद्धि विनायक मंदिर गई थीं।
जैसा कि सभी जानते हैं पति की सलामती हर पत्नी किसी भी हद तक जाने को तैयार हो जाती है। बताया जाता है कि अमिताभ बच्चन की सलामती की दुआ मांगने जया बच्चन उस दौरान मुंबई के ताकतवर डॉन में से एक वरदा राजन के मंदिर में भी गई थीं।
वरदा राजन के गणेश पांडाल गई थीं जया बच्चन!
एस हुसैन जैदी की किताब डोंगरी से दुबई तक: मुम्बई माफिया के छह दशक के मुताबिक धार्मिक व्यक्ति होने के नाते डॉन वरदा राजन माटुंगा स्टेशन के बाहर गणेश पाण्डाल पर अनाप-शनाप ढंग से पैसे खर्च करता था। उसके कद के साथ पांडाल का आकार और चमक-दमक भी बढ़ती गई। इसी दौरान बहुत सी जानी-मानी हस्तियां पांडाल में मन्नतों के लिए आने लगी थीं। तभी ऐसी अफवाह उड़ी थी कि जया बच्चन ने भी इसी पांडाल में तब अपने सुपरस्टार पति अमिताभ बच्चन की जिंदगी की दुआ मांगी थी, जब वो फिल्म कुली के सेट पर घायल हो गए थे।
2 महीने चला था अमिताभ बच्चन का इलाज
आपको बता दें ब्रीच कैंडी अस्पताल में चले करीब 2 महीने के लंबे ट्रीटमेंट के बाद अमिताभ बच्चन की हालत ठीक हुई थी। इसके बाद ही वो अपने घर प्रतीक्षा वापस लौट सके थे।