- रिहा होने के एक दिन बाद बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंचीं रिया चक्रवर्ती
- रिया की तस्वीरें सोशल मीडिया पर हो रहीं वायरल
- मालूम हो कि रिया 08 सितंबर से बायकुला जेल में बंद थीं
रिया चक्रवर्ती को ड्रग्स मामले में बॉम्बे हाईकोर्ट से कल (07 अक्टूबर) जमानत मिल गई थी। रिया की वॉट्सऐप चैट वायरल होने के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने उन्हें हिरासत में ले लिया था। रिया करीब एक महीने तक मुंबई के बायकुला जेल में थीं, जिसके बाद बुधवार को उन्हें बेल मिल गई।
बेल मिलने के एक दिन बाद आज रिया मुंबई के बांद्रा पुलिस स्टेशन पहुंचीं। मालूम हो कि कोर्ट ने यह आदेश दिया था कि रिया को सुबह 11 से शाम 5 बजे के बीच कभी भी घर के निकटतम पुलिस स्टेशन में अपनी उपस्थिति दर्ज करानी होगी। रिया की ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।
मालूम हो कि कल रिया के भाई शोविक की बेल याचिका को खारिज कर दिया गया था और वह अब भी हिरासत में हैं। बॉम्बे हाई कोर्ट ने कहा थी कि यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि वह एक ड्रग-डीलिंग चेन का हिस्सा हैं।
जेल में रिया ने ऐसे बिताया समय
रिया के जेल से बाहर आने के बाद उनके वकील सतीश मानशिंदे ने कहा कि रिया चक्रवर्ती के खिलाफ नफरत भरा कैंपेन चलाया गया क्योंकि वह सुशांत से प्यार करती थीं। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि कैसे रिया चक्रवर्ती ने जेल में अपने दिन काटे। उन्होंने बताया कि जेल में वह योगा क्लास आयोजित करती थीं और उनके साथ जेल में बंद महिला कैदियों को भी वह योगा सिखाती थीं। मानशिंदे ने कहा कि वह खुद रिया को देखने जेल गए थे।
घर लौटकर रिया ने पेरेंट्स को कही ये बात
एक अन्य इंटरव्यू में, रिया की मां ने 28 दिनों के बाद घर लौटने पर अपनी बेटी की प्रतिक्रिया का खुलासा किया। रिया की मां, संध्या चक्रवर्ती ने कहा कि जब उनकी बेटी घर लौटी, तो सबसे पहले उसने अपने माता-पिता से कहा, 'आप लोग दुखी क्यों दिख रही हो, हमें मजबूत होना है और लड़ना है।' रिया की मां ने बताया कि कैसे मानसिक और शारीरिक रूप से हमले झेलने के बावजूद, उनकी बेटी ने अपनी गरिमा बनाए रखी।
बता दें कि 14 जून को सुशांत सिंह राजपूत ने आत्महत्या कर ली थी। सुशांत केस में आत्महत्या मामले की जांच सीबीआई कर रही है और रिया चक्रवर्ती को मुख्य आरोपी बनाया गया है। इस मामले की जांच के दौरान ही Drugs का एंगल भी सामने आया था, जिसके आधार पर रिया चक्रवर्ती को दोषी माना गया था और जेल भेज दिया गया था।