नवाजुद्दीन सिद्दकी भारतीय फिल्मों के सबसे टैलेंटेड अभिनेताओं में से एक हैं। वो कई बॉलीवुड फिल्मों में काम कर चुके हैं। जिसमें ब्लैक फ्राईडे, न्यूयॉर्क, पीपली लाइव, मांझी द माउंटेन मैन, सेक्रेड गेम्स, मंटो और ठाकरे जैसी कई सुपरहिट बॉलीवुड फिल्में शामिल हैं।
नवाजुद्दीन सिद्दकी को हिंदी फिल्मी जगत में मोस्ट टैलेंटिड अभिनेताओं में से एक माना जाता है। जिन्होंने अपनी मेहनत से बॉलीवुड जगत में अपनी एक अलग पहचान बनाई है और नेपोटिज्म के खिलाफ जीतकर अपनी पहचान बनाने वाले सितारों में से एक हैं। वह अपनी फिल्मों और काम के दम पर करोड़ों दिलों पर राज कर रहे हैं। अभिनेता ने हाल ही में फिल्म इंडस्ट्री के फिल्म के फॉर्मुला के बारे में हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक इंटरव्यू में बात की। इसके साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि वह कैसे इस इंडस्ट्री में रहकर अपनी फिल्मों से लोगों का दिल जीतते रहेंगे।
वेब शो और फिल्मों की क्राफटिंग में अंतर
इस इंटरव्यू में जब नवाज से पूछा गया कि वेब शो और फिल्मों की क्राफटिंग में क्या अंतर हैं? इसपर नवाजुद्दीन ने कहा कि हम सालों से हिंदी फिल्में बना रहे हैं। जिसमें एक हीरो, हीरोइन और कुछ गाने होते हैं, अधिकांश फिल्में इसी फॉर्मुले पर बनाई जाती हैं। इसको लेकर उन्होंने कहा कि इसमें फिल्म निर्माताओं को दोष देना सही नहीं क्योंकि हम वर्षों इस तरह की फिल्में देख रहे हैं। जिससे प्रोड्यूसर को इस तरह की फिल्मों में कलेक्शन अच्छा होता है, बात को जारी रखते हुए नवाज ने कहा कि मैं भी इस तरह की फिल्मों का एक हिस्सा हूं। हालांकि अभिनेता को लगता है कि इस तरह की फिल्में की जानी चाहिए। हमारी ज्यादातर हिंदी फिल्में सर्वश्रेष्ठ म्यूजिकल ओपेरा कहलाती हैं। जिसको लोग बेहद पसंद करते हैं।
अलग चीजों की सराहना नहीं करते लोग: नवाज
नवाज ने कहा कि लोग एक तरह की चीजों को देखना पसंद करते हैं। लोग उन चीजों की सराहना नहीं करते जो अलग हैं। फिल्मों की बात करें तो नवाज आखिरी बार नेटफिलिक्स की फिल्म सीरियस मैन में नजर आए थे। जिसका निर्देशन सुधीर मिश्रा ने किया था। फिल्म एक मिडल एज मैन पर आधारित है जो अपने दस साल के बेटे की प्रतिभा के बारे में झूठ बोलता है।