- कोरोना काल में प्रवासियों की मदद कर सोनू सूद मसीहा बन गए।
- पिछले 5-6 महीनों से अभिनेता ने आम लोगों के लिए दिन-रात मेहनत की है।
- सोनू ने दूर देश में फंसे छात्रों को स्वदेश लाने की भी कोशिश की।
लॉकडाउन और कोरोना काल में प्रवासियों की मदद कर सोनू सूद मसीहा बन गए। अभी भी लगातार सोनू सूद जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं और पिछले 5-6 महीनों से 'दबंग' अभिनेता ने आम लोगों के लिए दिन-रात मेहनत की है। उन्होंने COVID-19 महामारी के कारण फंसे हुए लोगों को लॉकडाउन में घर भेजने और कई अन्य तरह की मुहिम छेड़ी। जब हजारों-लाखों मजदूर अपने गांव की ओर पैदल चल दिए तो सोनू सूद ने उन्हें घर भेजने की व्यवस्था की। सोनू सूद ने भूखों का पेट भरने की कोशिश की। दूर देश में फंसे छात्रों को स्वदेश लाने की कोशिश की।
अब सोनू सूद दुर्गा पूजा में काफी चर्चा में हैं। COVID-19 महामारी के बीच प्रवासियों के लिए मसीहा बनने वाले बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद कोलकाता में पूजा के लिए कुछ पंडालों की थीम बन गए हैं। खबरों के मुताबिक केस्टोपुर प्रफुल्ल कानन पचीम अदीबश ब्रिंडो पूजा में एक पंडाल में सोनू सूद की मूर्ति लगाई गई है।
18 साल से आयोजित हो रहे इस पूजा पंडाल में कोरोना संकट के दौरान की पांच घटनाओं को दिखाया गया है। जिसमें अभिनेता सोनू सूद का एक मिट्टी का मॉडल लगाया गया है जो प्रवासी मजदूरों को बस में लाने में मदद करता दिख रहा है।
सोनू सूद अब भी देश के अलग अलग हिस्सों में रह रहे लोगों की मदद कर रहे हैं। सोनू सूद से लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं तो वह खुशी खुशी मदद कर रहे हैं। किसी भी तरह की परेशानी पर कोई उन्हें टैग करके ट्वीट कर दे तो वह ना केवल ट्वीट पर ही मदद का भरोसा दिलाते हैं, बल्कि मदद की कार्रवाई शुरू कर देते हैं। कुछ टाइम पहले सोनू ने बिहार के एक किसान को भैंस, एक परिवार को ट्रैक्टर दिया था, वहीं गाजियाबाद की एक युवती का इलाज कराया था।
समाजसेवा के लिए सोनू सूद को मिल चुका सम्मान
कोरोना काल में गरीबों के मसीहा बने एक्टर सोनू सूद को संयुक्त राष्ट्र संघ के प्रतिष्ठित SDG Special Humanitarian Action Award से भी नवाजा गया है। विश्व भर की चुनिंदा शख्सियतों को यह पुरस्कार प्रदान किया जाता है। बिना किसी स्वार्थ के गरीबों के दुख दर्द दूर करने के लिए सोनू सूद को इस पुरस्कार के लिए चुना गया। 29 सितंबर को एक वर्चुअल कार्यक्रम में उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया गया। इस सम्मान को पाकर सोनू सूद ने खुशी जताते हुए कहा था,- 'मैं अपने देशवासियों के जो कुछ कर सका और कर रहा हूं, वो बहुत छोटा सा हिस्सा है।'