मुंबई: भारत में डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की याद में हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, जो देश के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। हिंदी सिनेमा में बड़े पर्दे पर गुरु-शिष्य के रिश्ते को कई अलग अलग विषयों पर अलग- अलग तरीके से चित्रित किया जाता रहा है। एक नजर डालते हैं टीचर-स्टूडेंट से जुड़ी कहानियों के आधार पर बनी कुछ फिल्मों पर।
सर (1993)
महेश भट्ट की सर फिल्म में पूजा भट्ट और नसीरुद्दीन शाह ने काम किया था। पूजा ने एक हकलाने वाली समस्या वाली लड़की और नसीरुद्दीन शाह ने कॉलेज के एक दयालु प्रोफेसर की भूमिका निभाई थी।
मोहब्बतें (2000)
शाहरुख खान ने राज आर्यन मल्होत्रा की भूमिका निभाई है जो एक कॉलेज में शिक्षक है। वह अपने तीन छात्रों समीर (जुगल हंसराज), विक्की (उदय चोपड़ा) और करण (जिमी शेरगिल) को उन लड़कियों के दिलों को जीतने में मदद करता है जिनसे वह प्यार करते हैं।
मैं हूं ना (2004)
शाहरुख खान को इस फिल्म में सेना के अफसर के तौर पर दिखाया गया है जो अपने भाई के साथ कुछ समय एक कॉलेज में बिताता है। सुष्मिता सेन ने भी उनके साथ काम किया था।
ब्लैक (2005)
संजय लीला भंसाली की फिल्म एक अंधी और बहरी लड़की (रानी मुखर्जी) के इर्द-गिर्द घूमती है। फिल्म अमिताभ बच्चन एक प्रशिक्षक की भूमिका में हैं। इस फिल्म ने कई पुरस्कार भी जीते थे।
इकबाल (2005)
शिक्षक-छात्र के रिश्ते को छूते हुए नागेश कुकुनूर द्वारा बनाई गई एक और फिल्म इकबाल थी। यह एक भारतीय गांव के एक बहरे लड़के (श्रेयस तलपड़े) की कहानी थी, जो राष्ट्रीय क्रिकेट टीम के लिए खेलने की इच्छा रखता है। नशीरुद्दीन शाह ने उसके कोच की भूमिका निभाई है।
तारे ज़मीन पर (2007)
आमिर खान द्वारा निर्देशित इस फिल्म में अभिनेता ने आर्ट शिक्षक राम शंकर निकुंभ की भूमिका निभाई है, जिन्होंने अपने आठ वर्षीय छात्र ईशान नंदकिशोर अवस्थी (दर्शील सफरी) को डिस्लेक्सिया से उबारने में मदद की।
चक दे! भारत (2007)
शाहरुख खान इस फिल्म में एक हॉकी कोच कबीर खान की भूमिका में नजर आए थे है, जो राष्ट्रीय महिला हॉकी टीम को मदद करने और प्रेरित करने के लिए काम करते हैं।
3 इडियट्स (2009)
राजकुमार हिरानी की शानदार फिल्म 3 इडियट्स चेतन भगत की किताब पर आधारित है। बोमन ईरानी ने एक इंजीनियरिंग कॉलेज के डायरेक्टर डॉ. वीरू सहस्त्रबुद्धे की भूमिका निभाई है। वह अपनी सख्ती के कारण अपने छात्रों के बीच वायरस के रूप में जाने जाते हैं।
काई पो चे! (2013)
चेतन भगत के उपन्यास 'द 3 मिस्टेक्स ऑफ़ माय लाइफ' पर आधारित फिल्म में सुशांत सिंह राजपूत एक पूर्व-जिला स्तर के क्रिकेटर की भूमिका निभाते नजर आए थे। वह क्रिकेट चयन के दौरान राजनीति का शिकार हो जाते हैं। बाद में अपने दो दोस्तों के साथ क्रिकेट की कोचिंग शुरू करते हैं।