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Bio-bubble: क्या होता है बायो बबल? IPL की तरह इस तर्ज पर शूटिंग करना चाहते हैं फिल्म मेकर्स

Updated Apr 17, 2021 | 17:42 IST

जिस तरह कोरोना महामारी के दौरान आईपीएल मैचों का आयोजन किया जा रहा है, उसी तरह फिल्म निर्माता बायो बबल को अपनाकर फिल्मों की शूटिंग करना चाहते हैं।

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तस्वीर साभार:&nbspInstagram
राधे फिल्म (प्रतीकात्मक तस्वीर)
मुख्य बातें
  • फिल्म निर्माताओं ने रखा आईपीएल की तरह शूटिंग करने का प्रस्ताव
  • लॉकडाउन आगे बढ़ाने पर अपनाया जा सकता है ये खास तरीका
  • जानिए क्या होता है बायो बबल? संक्रमण से सुरक्षा में कैसे होता है इसका इस्तेमाल?

मुंबई: लॉकडाउन की वजह से एक बार फिर बॉलीवुड और टीवी इंडस्ट्री में फिल्मों और शो की शूटिंग प्रभावित हुई है और एक बार फिर महामारी के चलते तेजी से बढ़ते कोरोना केस ने प्रोड्यूसरों के नुकसान की संभावनाओं को बढ़ा दिया है। महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे की सरकार ने 15 दिन का कर्फ्यू लागू किया है और इस बीच कुछ फिल्म निर्माताओं ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कुछ छूट देने की अपील की है।

फिल्म जगत से जुड़ी एशोसिएशन शूटिंग के लिए काम के नए और सुरक्षित विकल्प तलाशने पर विचार कर रही हैं। अगर लॉकडाउन और बढ़ता है तो फिल्म जगत से जुड़े लोग आईपीएल की तर्ज पर ही बायो बबल तरीके का इस्तेमाल करके शूटिंग करने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। आइए जानते हैं क्या होता ये बायो बबल और कैसे करता है काम।

क्या है बायो बबल (What is a Bio Bubble)
बायो-बबल एक अदृश्य कवच है जिसका उपयोग COVID-19 महामारी के दौरान खेल आयोजनों की मेजबानी करने के लिए किया जा रहा है। सरल शब्दों में, यह एक सुरक्षित वातावरण है, जिसमें केवल उन्हीं लोगों को शामिल किया जाता है जिन्हें COVID-19 के लिए नकारात्मक टेस्ट किया गया है ताकि घटना के दौरान एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में कोरोना वायरस का संक्रमण रोका जा सके। भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे, आईपीएल, यूएस ओपन जैसे खेल आयोजनों के दौरान बायो बबल का इस्तेमाल चर्चा में रहा है।

कहां बनाया जा सकता है बायो बबल? (Where Bio-secure environment created?)
जैव-सुरक्षित वातावरण किसी होटल या स्टेडियम के हिस्से हो सकते हैं या फिर कोई और निश्चित जगह को आइसोलेट हो और बाकी जगहों से जिसका संपर्क कम रहता हो। इसमें रहने वाले लोगों को बाहरी दुनिया के साथ किसी भी शारीरिक संपर्क को रोकने के लिए केवल खास हिस्सों तक पहुंचने की अनुमति होती है।

इस दौरान अधिकारियों, कर्मचारियों, सुरक्षा कर्मियों और चिकित्सा कर्मियों के लिए अलग-अलग क्षेत्र बनाए जाते हैं। उन सभी को अपने निश्चित क्षेत्रों में ही रहना होता है। बायो बबल के नियम का उल्लंघन करने पर व्यक्ति को अलग कर दिया जाएगा और फिर उसे वापस आने के लिए दो बार निगेटिव टेस्ट कराने की जरूरत होगी।

बायो-सिक्योर बबल कैसे काम करता है? (How Bio Bubble Works)
बायो-सिक्योर बबल का किसी निश्चित जगह पर COVID-19 के जोखिम को कम करके वहां रहने वाले लोगों को बाहरी दुनिया से अलग रखना है। इसके अलावा खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के दौरान अपने परिवार और दोस्तों से मिलने की अनुमति नहीं होती है। 

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