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Fashion Tips: आलिया भट्ट की ड्रेस गरारा है या शरारा, सेलेब्रिटी डिजाइनर अस्मा गुलजार से जानें अंतर व स्टाइल टिप्स

Updated Sep 08, 2022 | 09:51 IST

Gharara and Sharara Difference: गरारा और शरारा, दोनों ही ड्रेसेज बहुत पॉपुलर हैं। आलिया भट्ट और कैटरीना कैफ की हाल ही कुछ अपीयरेंस ने इन स्टाइल को चर्चा में ला दिया है। अगर आने वाले वेडिंग और फेस्टिव सीजन में आप इनको पहनना चाहती हैं तो फैशन डिजाइनर अस्मा गुलजार से ये टिप्स लें।

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Garara and Sharara Difference Explained by Fashion Designer

नई दिल्ली : अपनी आने वाली फिल्म ब्रह्मास्त्र के एक प्रमोशन इवेंट में आलिया भट्ट गुलाबी गरारा पहने दिखीं। प्रेग्नेंट आलिया की ये ड्रेस बहुत चर्चा में है। वहीं गणपति पूजा में कैटरीना कैफ ने शरारा पहना था। अगर आप भी आने वाले फेस्टिव सीजन में इन ड्रेसेज को पहनना चाहती हैं तो कुछ स्टाइल टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं। हमने बॉलीवुड की जानी मानी सेलेब्रिटी फैशन डिजाइनर अस्मा गुलजार (Asma Gulzar) से बातचीत की जिन्होंने बताया कि बॉलीवुड एक्ट्रेस के इस पसंदीदा फैशन को आप कैसे फॉलो कर सकती हैं। 

नया नहीं है गरारा और शरारा का ट्रेंड

शरारा और गरारा - दोनों ही ड्रेस समय-समय पर ट्रेंड में आ ही जाते हैं। अस्मा बताती हैं कि शरारा को मुगल काल में पहना जाता था। आम लोगों में इसकी पॉपुलैरिटी को बढ़ाने में 60-70 के दशक की अभिनेत्रियों का बड़ा हाथ है। मीना कुमारी, साधना, नंदा, लीना चंदावरकर जैसी अभिनेत्रियों ने फिल्मों में शरारा पहनना शुरू किया तो यह ट्रेंड बन गया।

कुछ समय रुक रुक कर ये ट्रेंड वापस लौट कर आता है। दीपिका पादुकोण, करीना कपूर, सारा अली खान, आलिया भट्ट, कैटरीना कैफ समेत तमाम बॉलीवुड एक्ट्रेस इन ड्रेसेज को खूब पसंद करती हैं। 

शरारा और गरारा में क्या अंतर है

वैसे तो दोनों ही देखने में एक जैसे लगते हैं लेकिन ऐसा नहीं है। अस्मा गुलजार बताती हैं कि शरारा की बात करें तो यह पैंट स्टाइल होता है। यह कमर से फिट होते हैं और एक बड़े घेरे के साथ फुल फ्लेयर्ड होते हैं। शरारा के साथ क्रॉप टॉप या ब्लाउज पहनने पर ट्रेडिशनल लुक देता है। आप शादी या फंक्शन में शरारा पहन सकती हैं। शरारा के साथ लॉन्ग कुर्ती भी काफी ट्रेंड में है। इसे एलिगेंट लुक देने के लिए इसके साथ शॉर्ट कुर्ता भी पहन सकते हैं। लखनऊ शहर की तरफ शरारा काफी लोकप्रिय था। ऐसा इसलिए क्योंकि लखनऊ में भी मुगल काल का प्रभाव रहा है। 

वहीं गरारे की बात करें तो अस्मा गुलजार का कहना है कि गरारा गरारा घुटने तक फिट होता है और उसके नीचे घेरेदार होता है। गरारे के घुटने पर गोटा लगाया जाता है, जिस पर जरी का काम होता है। इसको शॉर्ट कुर्ती के साथ पहन सकती हैं। ब्लाउज और क्रॉप टॉप को इसके साथ पहनने पर स्मार्ट लुक मिलेगा। इसे पारंपरिक परिधान नहीं माना जाता है। इसे आप फ्यूजन लुक कह सकते हैं।

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