- निकिता गांधी ने मॉर्डन लव: मुंबई में रात रानी गाना गाया है
- निकिता जल्द ही सिंगल ट्रैक लाने वाली हैं
- निकिता गांधी हिंदी के साथ-साथ तमिल, तेलुगु, बंगाली और कन्नड़ में भी गाती हैं
मुंबई: कंगना रनौत की मोस्ट अवेटिंग फिल्म ‘धाकड़’ का गाना ‘शी इज ऑन फायर’रिलीज़ हो गया है। इस गाने की खास बात यह है कि इसे बादशाह और निकिता गांधी दोनों ने मिलकर गाया है। धाकड़ के इस अलग अंदाज के गाने में कंगना के किरदार फायर यानी आग की पावर दिखाया गया है। मानों ऐसा लगा रहा है कि कंगना किसी स्पेशल मिशन में है। गाने के रिलीजिंग के बाद कंगना कनौत को अपनी आवाज़ से सजाने वाली सिंगर निकिता गांधी से हमने बात की, जो हमेशा से कंगना रनौत के लिए गाना चाहती थीं।
बादशाह ने मैसेज किया और बन गया ‘शी इज ऑन फायर’
टाइम्स नाउ नवभारत से खास बातचीत में निकिता गांधी ने बताया कि बादशाह ने उन्हें इस सिलसिले में मैसेज किया कि उन्हें कुछ करना चाहिए। वह स्टूडियो में एक और गाना रिकॉर्ड करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे और बादशाह दोनों को स्टूडियो में वापसी करना चाहिए और कुछ बेहतरीन रिकॉर्ड करना चाहिए। निकिता कहती हैं कि हमेशा कलाकारों की तलाश करते हैं। ‘शी इज ऑन फायर’ के लिए उन्होंने मुझे याद किया, मैं वास्तव में एक्साइटेड थी।
कंगना के लिए हमेशा से गाना चाहती थीं
निकिता गांधी ने एक्ट्रेस कंगना रनौत के लिए पहली बार गाया है। निकिता कहती हैं कि मैं कंगना की फिल्म 'क्वीन' देखने के बाद उनका सबसे बड़ी प्रशंसक बन गई। यह एक खूबसूरत और ऐतिहासिक फिल्म थी। निकिता कहती हैं, मुझे यकीन है कि क्वीन के बाद बहुत सारे लोगों से कंगना को प्यार मिला। मैं हमेशा से कंगना रनौत के लिए गाना चाहती थी और मुझे खुशी है कि यह 'शी इज ऑन फायर' के जरिए ये संभव हो पाया।
कंगना की पर्सनैलिटी मैच की
निकिता गांधी कहती हैं कि धाकड़ फिल्म में कंगना रनौत और उनकी खुद की पर्सनैलिटी मिलती-जुलती है। 'शी इज ऑन फायर' में जिस तरह से उनका लुक दिखा, वो वास्तव में मेरी पर्सनैलिटी से काफी मैच हुआ। जाहिर सी बात है कि मैं उस लुक की ओर खिंची चली आई। निकिता कहती हैं कि कंगना की तरह वो भी फ्री स्पिरिट हैं। कंगना के लिए गाना उनके लिए बेहद खास मौका था।
रीजनल म्यूज़िक में ज्यादा प्यार मिला
निकिता गांधी अपनी बात को जारी रखते हुए कहती हैं कि बॉलीवुड और रीजनल म्यूज़िक इंडस्ट्री के काम करने का तरीका अलग है। रीजनल इंडस्ट्री में म्यूजिक को लेकर लगाव और प्यार ज्यादा है। चूंकि मैं खुद बंगाली और साउथ इंडस्ट्री में भी काम कर चुकी हूं। मुझे लगा कि वहां के लोग कल्चर से जुड़े होते हैं और उन्हें रीजनल म्यूज़िक में ज्यादा प्यार मिला।
कभी उम्मीद नहीं रखी
निकिती गांधी कहती हैं कि उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि एक डेंटिस्ट से वह कभी इतना लंबा सफर तय करेंगी। बॉलीवुड में गाना उनके सपने की तरह है। हालांकि, उन्होंने कभी उम्मीदें नहीं रखीं और सिर्फ अपने काम पर फोकस किया। उम्मीदें नहीं रखने के चलते असफलता उनके ऊपर हावी नहीं हो पाई।
Spirituality पर दिया ये जवाब
इस सवाल के जवाब में निकिता ने कहा कि Spirituality पर सब का अलग-अलग मत है। चूंकि उन्होंने साइंस भी पढ़ा है तो वह साइंटिफिक तरीके से भी सोचती हैं। निकिता कहती हैं इस सबसे जरूरी ये है कि हमें इंसानियत पर भी ध्यान देना चाहिए। लोगों की मदद करनी चाहिए-ये आपका लक्ष्य होना चाहिए। मेरे हिसाब से अच्छा इंसान बनना ही Spirituality की ओर बढ़ना है।