- केके मेनन का जन्म 2 अक्टूबर 1966 में केरल में हुआ था।
- महात्मा वर्सिज गांधी प्ले से मिली केके को एक नई पहचान, इसमें अभिनेता ने महात्मा गांधी के बड़े बेटे हीरा लाल का निभाया था किरदार।
- अभिनेता ने फिल्म भोपाल एक्सप्रेस से किया बॉलीवुड में डेब्यू।
क्रांति चाहिए तो चेहरे पर गुलाल नहीं खून की लाली मलनी पड़ेगी, बॉलीवुड के मशहूर एक्टर केके मेनन की फिल्म गुलाल के इस डायलॉग से तो आप सब वाकिफ होंगे। केके मेनन जब सिल्वर स्क्रीन पर नजर आते हैं तो ऐसा प्रतीत होता है कि इनका पूरा शरीर ही एक्टिंग कर रहा हो। बात करने का लहजा, शब्दों पर इनकी पकड़ और ठहराव अभिनेता को एक्टिंग की दुनिया का सरताज बनाती है। हालांकि केके मेनन का फिल्मी सफर इतना आसान नहीं था, फिल्मी दुनिया में कदम रखने के बाद कई साल तक अभिनेता को पहचान नहीं मिली।
साल 1999 में अभिनेता ने फिल्म भोपाल एक्सप्रेस से अपने करियर की शुरुआत की। इस फिल्म में उनकी एक्टिंग को दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया। ऐसे में इस लेख के माध्यम से आइए जानते हैं केके मेनन के जीवन से जुड़ी कुछ दिलचस्प बातें।
केके मेनन की जीवनी
केके मेनन का जन्म 2 अक्टूबर 1966 में केरल में हुआ था। उनके पिता का नाम कैशियर मेनन है, जो कि इंडियन आर्मी के एक वेपन कंपनी में काम करते थे और माता का नाम राधा मेनन है। जब वह काफी छोटे थे तभी उनका परिवार केरल से मुंबई आ गया था। अभिनेता ने मुंबई युनिवर्सिटी से भौतिक विज्ञान में स्नातक की पढ़ाई की और इसके बाद पुणे से एमबीए की डिग्री प्राप्त की। एमबीए करने के बाद केके एडवर्टाइजमेंट के क्षेत्र में आ गए और उन्होंने खुद की एडवर्टाइजिंग कंपनी खोली।
यह एक स्टार्टअप कंपनी थी, जो केके ने सिर्फ बिजनेस इनकम के लिए खोली थी। अभिनेता अपने इस बिजनेस से खुश नहीं थे। कई इंटरव्यू के दौरान अभिनेता ने अपने जीवन के इस दौर को काफी चुनौतीपूर्ण बताया था। केके बचपन से एक्टिंग के काफी शौकीन थे और वह एक्टिंग की दुनिया में अपनी पहचान बनाना चाहते थे। इसलिए केके ने एडवर्टाइजिंग कंपनी को छोड़कर एक्टिंग की दुनिया में करियर बनाने का निर्णय लिया।
नसीरुद्दीन शाह को मानते हैं अपना गुरु
केके एक्टिंग की दुनिया में कदम रखने से पहले उसमें बखूबी माहिर होना चाहते थे। इसलिए उन्होंने नसीरुद्दीन शाह के साथ काम करने का निर्णय लिया। जब केके नसीरुद्दीन शाह से मिले तो उन्होंने केके से कहा कि अभी उन्हें किसी एक्टर की जरूरत नहीं है। केके नसीर साहब की बात सुन निराश नहीं हुए और उन्होंने कहा कि वह एक्टिंग सीखने के लिए उनके थिएटर में कुछ भी करने के लिए तैयार हैं। नसीरुद्दीन साहब केके में एक्टिंग की लगन को देखकर काफी इंप्रेस हुए और उन्होंने केके को अपने प्ले में एक छोटा सा रोल दिया।
इस प्ले से मिली लोकप्रियता
केके ने नसीर साहब के साथ कई फिल्मों में काम किया, लेकिन महात्मा वर्सिज गांधी प्ले ने अभिनेता के फिल्मी करियर में चार चांद लगा दिया। इस प्ले में नसीरुद्दीन शाह ने महात्मा गांधी का किरदार निभाया था वहीं केके महात्मा गांधी के बड़े बेटे हीरा लाल के किरदार में नजर आए थे। दर्शकों द्वारा इस प्ले में केके किरदार को खूब सराहा गया था। बता दें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी इस प्ले को काफी लोकप्रियता मिली है।
छोटे पर्दे की पारी
महात्मा वर्सिज गांधी प्ले की सफलता के बाद केके को थिएटर इंडस्ट्री के साथ फिल्म इंडस्ट्री में भी काफी लोकप्रियता हासिल हुई। इसके बाद फिल्म नसीम में नजर आए, इस फिल्म में अभिनेता का रोल छोटा था दर्शकों द्वारा इसे काफी सराहा गया। इसके बाद अभिनेता टीवी सीरियल डर में इमरान खान के साथ नजर आए। इस शो में अभिनेता इनवेस्टिगेटिंग ऑफिसर के रोल में दिखे थे। इस सीरियल के बाद अभिनेता अनुराग कश्यप के शो स्टार बेस्ट सेलर में नजर आए, इस शो में केके एक सीरियल किलर का रोल प्ले करते हुए दिखते हैं।
भोपाल एक्सप्रेस से किया बॉलीवुड डेब्यू
टीवी सीरियल के बाद अभिनेता ने साल 1999 में महेश मठाई द्वारा निर्देशित फिल्म भोपाल एक्सप्रेस से बॉलीवुड में कदम रखा। इस फिल्म में केके मेनन के साथ नसीरुद्दीन शाह और काया मेनन मुख्य भूमिका में थी। फिल्म बॉक्स फिर पर कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी लेकिन इसे कई नेशनल अवॉर्ड मिले।
इस शो ने केके करियर में लगाए चार चांद
इस फिल्म में काम करने के बाद केके को केतन मेहता द्वारा निर्देशित टीवी शो प्रधानमंत्री में काम करने का मौका मिला, यह पॉलिटिकल शो था जहां पर अभिनेता ने प्रधानमंत्री का रोल प्ले किया था। शो के रिलीज होते ही इसे काफी लोकप्रियता मिली और केके की एक्टिंग को दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया। ये शो केके की लाइफ का टर्निंग प्वाइंट था इसके बाद अभिनेता ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देख
साल 2002 में केके अनुराग कश्यप की डेब्यू फिल्म पांच में नजर आए, लेकिन एक्शन से भरपूर इस क्राइम थ्रिलर फिल्म पर सेंसर बोर्ड ने रोक लगा दिया था। फिल्म कभी थिएटर में रिलीज ही नहीं हो पाई लेकिन अनुराग कश्यप ने बाद में कई फिल्म फेस्टिवल पर प्रीमियर किया था।
पांच के बाद ब्लैक फ्राइडे से मचाया था तहलका
पांच के बाद केके ने बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर सुधीर मिश्रा की फिल्म हजारों ख्वाहिशें में नजर आए। इस फिल्म में केके कॉलेज के छात्र के रूप में नजर आए थे, जिसे दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया था। इस फिल्म के बाद अभिनेता अनुराग कश्यप की अगली फिल्म ब्लैक फ्राइडे में नजर आए थे, ये फिल्म 1993 बॉम्बे बम ब्लास्ट पर आधारित थी। जिसमें केके ने पुलिस ऑफिसर राकेश माड़िया का रोल का किरदार निभाया था। फिल्म में पुलिस इंस्पेक्टर के किरदार में केकेके रोल को दर्शकों द्वारा खूब पसंद किया गया था।
इसके बाद एक के बाद एक सुपरहिट फिल्में
शौर्या फिल्म में केके के किरदार से तो आप सब वाकिफ होंगे। इस फिल्म में आर्मी ऑफिसर के के किरदार में केके की एक्टिंग को दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया था। आज भी इस फिल्म के डायलॉग फैंस द्वारा बेहद पसंद किए जाते हैं। वहीं साल 2009 में रिलीज अनुराग कश्यप की फिल्म गुलाल में वह निगेटिव किरदार में नजर आए। इस फिल्म में केके एक पावरफुल नेता के रोल में दिखते हैं, फिल्म में केके की एक्टिंग ने तहलका मचा दिया था। आज भी इस फिल्म को बेहद पसंद किया जाता है।